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बुद्धि का खेल

21 सितम्बर 2022

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एक गांव में 2 लड़के रहते थे दोनों लड़के बिना कामकाज के इधर-उधर घूमते रहते थे कुछ समय बाद जब दोनों की उम्र 18 साल हुई तो उन दोनों को घर वाले ने अपने घरों से निकाल कर बाहर कर दिया और वह दोनों एक जंगल के रास्ते जाने लगे जंगल के बगल वाले गांव में गए थेतब तक शाम हो गई थी दोनों लड़के गांव के बाहर एक ब्रिज के नीचे सो गए रात के समय एक लड़का जगह तो उसने अपने कला से एक बकरा बना दिया और फिर वह लड़का सो गया कुछ देर के बाद दूसरा लड़का जगह तो उसने एक शेर बना दिया और दोनों बकरे और शेर को लेकर चल दिए वह दोनों लड़के गांव के बाहर शेर और बकरे को छोड़ दिया शेर ने बकरे को दौड़ा दौड़ा कर खाने के लिए दौड़ रहा था तभी वहां पर एक राजा का सिपाही देख रहा था वाह सिपाही दोनों की कला को देखकर बहुत प्रसन्न  हुआ उसने दौड़ते हुए जाकर राजा को सारी बात बताया और राजा ने उन दोनों लड़कों को राजदरबार में लाने का आदेश दिया तब सिपाही जाता है और दोनों लड़कों को पकड़ लेता है और पकड़ कर कहता है कि तुम दोनों को राजा साहब ने राज दरबार में बुलाया है सिपाही की बात सुनकर दोनों लड़के डर जाते हैं दोनों लड़के सोचने लगते हैं कि हम दोनों कोई गलती किया नहीं राजा साहब क्यों हम लोग को राज दरबार में बुला रहे हैं दोनों डर के मारे कांपने लगे दोनों लड़के डरते डरते राज दरबार में राजा साहब के पास गए तो राजा ने बहुत गहरी निगाहों से इन दोनों लड़कों को घूर कर देख रहा था दोनों लड़कों ने एक स्वर में कहा कि हुजूर हम लोग कोई गलती तो की है नहीं हम लोग को क्यों बुलाया गया है तब राजा ने हंसकर बोला कि हम सुने हैं कि तुम दोनों बहुत कलाकार हो और ऐसे आदमियों की हमको जरूरत है तब दोनों लड़कियों ने हल्का सा थोड़ा सा मुस्कुराया तब दोनों लड़कों ने बोला कि हुजूर आपके पास कोई काम है राजा ने बोला हां काम है हमने सिपाही के द्वारा सुना है कि तुम दोनों  लड़के बहुत कलाकार हो लड़कों ने बोला हां हुजूर हम लोग कलाकार हैं तब राजा ने बोला कि कलाकार हो तो तुम हमारे लिए एक हवाई जहाज बना सकते हो दोनों लड़कों ने बोला हुजूर आप सभी सामान मंगवा लीजिए हम दोनों मिलकर हवाई जहाज तैयार करते हैं दोनों लड़कों ने मिलकर एक अच्छा सा हवाई जहाज तैयार कर दिया और उसमें2बटन लगा दी और हवाई जहाज उड़ा कर राजा को दिखा दिए राजा ने प्रसन्न होकर उन दोनों लड़कों को बहुत धन दिया और वह दोनों मालामाल हो गए और खुशी से अपने घर के तरफ वापस चले गए तभी गांव के लोग उनको धनी देखकर बहुत पश्चाताप करने लगे और सोचने लगे यह लोग इतना धन इतना जल्दी कहां से कट्ठा कर लिए तब दोनों लड़कों ने सारी कहानी बताइए और गांव वालों को यकीन हुआ उसी दिन से पूरे गांव में उन दोनों की इज्जत मान मर्यादा बढ़ गई और मान सम्मान मिलने लगा और दोनों का बहुत नाम हो गया इधर राजा सोच संकोच में पड़े हैं कि मैं देशकाल घूमने चला जाऊंगा तो राजकाज को कौन चलाएगा कौन देखें देखेगा इतने में राजा का बड़ा बेटा आ गया तब राजा को सोच में देखकर बड़ा बेटा बोला पिताजी आप क्यों सोच में पड़े हैं राजा ने उस बेटे को सारी कहानी बताया और उसने बोला बेटा मैं राजकाज देशकाल घूमने के लिए जाना चाहता हूं लेकिन यह राज दरबार में राजकाज कौन देखेगा हमारे ना रहने पर राजा का बड़ा बेटा ने बोला पिताजी आप राजकाज संभालिए देखिए मैं देशकाल घूम कर आ जाऊंगा इतने में राजा का दूसरा बेटा आ पहुंचा और बोला आप लोग राजकाज देखिए मैं देश काल घूम कर आ जाता हूं तब तक इतने में राजा का तीसरा बेटा आता है और बोलता है मैं माता-पिता का सबसे दुलारा पुत्र हूं हमें ही अनुमति मिलनी चाहिए देश काल घूमने का और सभी लो सहमति दे दिया और उसने हवाई जहाज को चलाने जानता नहीं था और हवाई जहाज पर बैठ गया और बहुत सारा रुपया पैसा धन ले करके उसने हवाई जहाज में बैठा था हवाई जहाज में दो बटन लगे हुए थे एक बटन से हवाई जहाज इतना उसको दबाव तो इतना तेज चलता था और दूसरी बटन से हो जितना दबाव  धीमा हो जाता था और धीरे-धीरे वह धीमा होकर बंद हो जाता लेकिन राजा के तीसरे बेटे को दूसरी बटन का ज्ञान नहीं था पहली बटन का ही ज्ञान था और उसी बटन को जितना तेज वह दबाता था उतना तेज हवाई जहाज जाता था और जाते-जाते दूसरे देश में चला गया और फिर उसका हाथ  दूसरे बटन पहुंच गया जब उसने उसको दबाने लगा तो धीरे-धीरे जा धीमा होने लगा और उसी देश में उतर गया वह देश राजा के लड़के के लिए बिल्कुल अनजान जगह थी और वहां पर राजा के लड़कों को ए भी ज्ञान नहीं आता था कि मैं किस रास्ते से आया हूं किधर से आया और किधर जाना है और वह वहीं से भटक गया और वह अपने देश नहीं आ सका वह जिस देश में उतरा था उस देश में एक बगीचे में एक माली रहता था उसी बगीचे में उतरा था जो बगीचे का देखभाल माली करता था उससे उसका दोस्ती हुआ कुछ देर के बाद दोनों में परिचय हुआ और माली को पता लगा कि या तो बहुत मालदार आदमी है यह किसी राजा का लड़का है तो माली ने उसे वही बाग में रख लिया उस दिन से राजा का लड़का और माली उसी बाग में एक साथ रहते थे और वह हमारी प्रतिदिन एक राजा के घर फूल लेकर जाता था और फिर फूल देकर वापस आता था और कि राजा के लड़के के साथ सारे दिन रहता था और रात में भी रहता था 1 दिन राजा का लड़का ने पूछा माली से कि तुम रोज फूल लेकर कहां जाते हो माली ने बताया कि इस बगल वाले गांव में राजा का बाग है उसी बागमैं से राजा को रोज फूल देना पड़ता है राजा के पास एक उनकी लड़की है जो जितना फूल जाता है उतना ही उसका वजन होता है और मैं फूल देकर आता  हूं और राजा की लड़की उतना  वजन होती है दूसरे दिन एक सुबह की बात है माली ने फूल तोड़ रहा था उतने में राजा का लड़का एक गजरा बनाकर उस फूल में रख दिया और मालि को पता नहीं था कि इस फूल में एक गजरा बना कर उसने रखा है और वह माली फूल लेकर राज दरबार में चला गया जब फूल तराजू पर रखा गया तो राजा की लड़की ने फूल को देख लिया जो गजरा बनाया गया था राजा की लड़की ने माली से सवाल किया यह इतना सुंदर गजरा कौन बनाया है तो माली ने सोच में पड़ गया मैं क्या बताऊं उसी समय लड़की से माली ने झूठ बोला कि यह मेरी बहू  है वही बनाया है तब राजा की लड़की ने सोची जब इतना सुंदर वह गजरा बनाई है तो वह कितना सुंदर होगी उसी समय माली से राजा की लड़की बोली कि तुम कल अपनी बहू  को साथ में लेकर आना अब माली यहां पर फंस गया क्योंकि वह बहुत होती नहीं मालवीय ने झूठ बोला था वह तो राजा का लड़का था लेकिन राजा के लड़की का आदेश था उसको लेकर आना है नहीं तोझूठ सुनकर उसे फांसी हो जाएगी दूसरे दिन माली ने राजा के लड़के को साड़ी पहना कर और राज दरबार में ले गया माली ने सोचा कि रानी ने देखकर उसे तुरंत जाने के लिए कहेगी कि अपने साथ लेकर जाओ लेकिन रानी ने ऐसा किया नहीं उसने बोला कि कल तक अपने बहू को हमारे साथ रहने दो और रानी का आदेश का पालन करना था माली ने झूठ बोला था लेकिन रानी के आदेश का पालन करना था माली फिर से फंस गया और सोचा इस बार मेरे को फांसी निश्चित है धीरे-धीरे जब माली बाग में आ गया तो रात के समय राजा की लड़की और वह जो बहू बना था राजा का लड़का एक ही चारपाई पर सोते हैं और रात में उसे मर्द के रूप में देखकर राजा की लड़की आवाक खो जाती है दूसरे दिन राजा की लड़की सोचती है कि यदि राज दरबार में शोर हो गया और मेरे पिताजी को पता लग गया तो इसे तो फांसी होगी साथ में हमारी भी फांसी होगी वह चुपचाप माली के साथ उसको वापस कर दिया उसी दिन से राजा की लड़की को और राजा के लड़के को जो भूल कर गया था दोनों से प्रेम संबंध दोनों में चलने लगा और वह बाग में से अपना हवाई जहाज ले जाता था और उसके आंगन में उतारता था राजा को पता लगने तक वह दोनों एक दूसरे के साथ में मिल चुके थे और वह हवाई जहाज से एक दूसरी जगह पर ले जाकर के राजा के लड़की के साथ शादी करके और एक नई जिंदगी की शुरुआत करता है यहीं से कहानी खत्म हो जाती है इसीलिए इस कहानी का शीर्षक है बुद्धि का खेल 

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यह बहुत ज्ञान की किताब है इसे जो पड़ेगा बहुत ज्ञान प्राप्त करेगा और अपने को प्रसन्न महसूस करेगा

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