29 जनवरी 2016
चढ़ चेतक पर तलवार उठा, रखता था भूतल–पानी को।
राणा प्रताप सिर काट–काट, करता था सफल जवानी को.…
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किसी ने सही कहा हैं ! जैसा करोगे , वैसा भरोगे !D
सत सत नमन
आदमी भी क्या अनोखा जीव है ।उलझनें अपनी बनाकर आप ही फँसता,और फिर बेचैन हो जगता, न सोता है ।जानता है तू कि मैं कितना पुराना हूँ?मैं चुका हूँ देख मनु को जनमते-मरते ।और लाखों बार तुझ-से पागलों को भीचाँदनी में बैठ स्वप्नों पर सही करते।आदमी का स्वप्न? है वह बुलबुला जल काआज उठता और कल फिर फूट जाता है ।किन्
गाय हमारी COW बन गयी,शर्म हया अबWOW बन गयी,काढ़ा हमारा CHAI बन गया,छोरा बेचारा GUY बन गया,योग हमारा YOGA बन गयाघर का जोगी JOGA बन गया,भोजन 100 रु. PLATE बन गया,..हमारा भारत GREAT बन गया..घर की दीवारेँWALL बन गयी,दुकानेँ SHOPING MALLबन गयीँ,गली मोहल्लाWARD बन गया,ऊपरवाला LORD बन गया,माँ हमारीMOM बन ग
चढ़ चेतक पर तलवार उठा, रखता था भूतल–पानी को।राणा प्रताप सिर काट–काट, करता था सफल जवानी को.…
इसे पढने के बाद दिए गये लिंक पर जा कर विडियो भी देख सकते हैं .................भारत का विभाजन माउंटबेटनयोजना के आधार पर तैयार भारतीय स्वतंत्रता अधिनियम १९४७ के आधार पर किया गया। इस अधिनियम में काहा गयाकि 15अगस्त 1947 को भारत व पाकिस्तान अधिराज्य नामक दोस्वायत्त्योपनिवेश बना दिए जाएंगें और उनको ब्रिता