ज़िन्दगी जिंदादिली का नाम है।
आँखों में मस्ती लबों पर जाम है।
अतीत के गह्वर में घिरा न कर
व्यतीत हुआ वह व्यर्थ है सोचा न कर
कर्तव्यपथ पर अहर्निश बढ़ता ही चल
पीछे पलट कर देखना क्या काम है
ज़िन्दगी जिंदादिली का नाम है।
भविष्य के भुलयों में भुला न कर
स्वप्निल हिलोरों पर झुला न कर
ये खवाब है जिसकी कोई ताबीर नहीं
मरीचिका भंवरजाल का परिणाम है
जिंदगी जिंदादिली का नाम है।
वर्त्तमान में जिंदा है जीते ही जा
सोमरस अंजलि में भर-भर पीते ही जा
जीवन जीने की कला का नाम है
सच है अरे ये जोग तो निष्काम है
जिंदगी जिंदादिली का नाम है
आँखों में मस्ती लबों पर जाम है।