0.0(0)
2 फ़ॉलोअर्स
1 किताब
<div>गम के सेहरा में कोई आस का जुगनू भी नहीं</div><div>इतना रोया हूँ कि अब आंख में आंसू भी नहीं</div
<div>शघा</div>