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Ahd

6 नवम्बर 2021

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तुम्हारी बात सभी ठीक हैं मगर साहब मुहाफिज़ों से हमें लग रहा है डर साहब हमें जो ज़ख़्म लगे थे वह अब भी ताजा हैंi कभी हमारी तरफ भी करो नजर साहब बस अब बहुत हुआ, अब सर नहीं झुकाएंगे चढ़ा दो आप सिना पर हमारे सर साहब.

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