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पथिक

9 अक्टूबर 2022

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संघर्ष भरा जीवन तेरा संघर्षों से घबराना नहीं 
जब रात हो काली तों समझो होने वाली हे सुहानी
जीवन के इस रण में तुझको विश्वास अटल रखना होगा 
सौ बार गिरो फिर भी उठना लक्ष्यभेद तभी होगा 
हे अग्निपथ का ये जीवन निर्भीक निरंतर उसपर चल 
चरण पखारेगी मंजिल आते देख कदम तेरे 
निश्चित होगी विजय तेरी परचम तू भी लहराएगा 
हो एकाग्र तू चलता चल बस चलता चल
विजय सुनिश्चित  हे तेरी आज नही तो निश्चित कल ।

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