" लोगों के निकल रहें है प्राण ,
फिर भी हमारे देश में हो रहें हैं अवैध निर्माण।
बघारते हैं जो अपनी झूठी शान ,
अक्सर वो ही करते हैं अवैध निर्माण।
मिट रही है देश की आन -बान और शान ,
फिर भी हमारे देश में हो रहें हैं अवैध निर्माण।"
29 अगस्त 2022
" लोगों के निकल रहें है प्राण ,
फिर भी हमारे देश में हो रहें हैं अवैध निर्माण।
बघारते हैं जो अपनी झूठी शान ,
अक्सर वो ही करते हैं अवैध निर्माण।
मिट रही है देश की आन -बान और शान ,
फिर भी हमारे देश में हो रहें हैं अवैध निर्माण।"