उन्होंने अपने बिलों के भीतर से झाँका और वहीं से बोले, "अभी हमारे निकलने का वक़्त नहीं आया है। देश में कहीं असहिष्णुता की घटना घटने दो। तब हम सभी बाहर निकलेंगे और पूरे बैंड-बाजे और दम-ख़म के साथ निकलेंगे।"
4 जुलाई 2016
उन्होंने अपने बिलों के भीतर से झाँका और वहीं से बोले, "अभी हमारे निकलने का वक़्त नहीं आया है। देश में कहीं असहिष्णुता की घटना घटने दो। तब हम सभी बाहर निकलेंगे और पूरे बैंड-बाजे और दम-ख़म के साथ निकलेंगे।"