दिल जलता है...प्रिये...!
प्रिये...
उसे तेरे साथ देख कर
दिल जलता है...!
तेरे मुलायम हाथो में
सदा रहता है
तेरे कानो को छू कर
तुझ से बात करता है
तेरे सुंदर गालो को
स्पर्श करता है
कभी तेरे होठो का
चुंबन लेता है
तेरे काले बालो से
मस्त खेलता है
यह सब देखकर
दिल मेरा जलता है...!
अब तो तेरा प्रेमी नही
मोबाईल बन जाऊ लगता हैं
संजय प्रभाकर पाटील