shabd-logo

दीपावली - कविता

7 नवम्बर 2021

27 बार देखा गया 27

दीपावली

दिपावली है रोशनी का त्योहार,

सभी के मन में है खुशियों की बौछार ।।


सभी द्वार सजी हैं फूलों की लड़ियां,

खूब जलेंगे अनार और फुलझड़ियां ।।


रंग बिरंगी सजी झालरों की रात है आई,

जैसे टिमटिमाते तारों की बारात है आई ।।


जगमग जगमग हो रहा सभी का घर,

रोशनी से भागा अंधियारा डर कर ।। 


घर घर बने मीठे मीठे स्वादिष्ट पकवान,

दीपावली का पर्व है सबसे महान।।


घर घर, द्वार द्वार है सजी रंगोली,

माता लक्ष्मी सबकी भरेंगे झोली।।


सोनू कुमार त्रिपाठी

Sonu Kumar Tripathi की अन्य किताबें

Sandeep Thapliyal

Sandeep Thapliyal

वा भाई बहुत सुंदर लेखनी .... सब्दों की सरल व्याख्या ...

13 नवम्बर 2021

Sandeep Thapliyal

Sandeep Thapliyal

वा भाई बहुत सुंदर लेखनी .... सब्दों की सरल व्याख्या ...

13 नवम्बर 2021

kamlesh raikwar

kamlesh raikwar

बहुत सुंदर

13 नवम्बर 2021

प्रान्जलि काव्य

प्रान्जलि काव्य

सुंदर रचना

8 नवम्बर 2021

Radha Shree Sharma

Radha Shree Sharma

सोनू जी, आप कविता लिखते समय किन बातों का ध्यान रखते हैं 🤔 कृपया हमारा मार्गदर्शन करें 🙏🏻 🙏🏻 🙏🏻 राधे राधे 🙏🏻🌷🙏🏻

7 नवम्बर 2021

किताब पढ़िए

लेख पढ़िए