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मुझे नहीं कोई भी उपहार चाहिए नहीं मोह माया का संसार चाहिए तुम कृपा अपनी बस बनाये रखनामुझे सिर्फ तेरा ही माँ प्यार चाहिए !!!
देखो यह कैसा कलयुग आया है सब ने साहित्य को ठुकराया है पूजा करते थे जिसको इक अरसा अब उसको ही क्यों बिसराया है ??