0.0(0)
2 फ़ॉलोअर्स
3 किताबें
बेखबर बेफ़िक्र,वो जिसे मेरी है,ना कोई खबर,ख़्वाब अधूरे है,ना जाने है कहाँ.?ख़याल में उसके,जिसे नही है कोई,मेरी कभी खबर,ख़ामोश लफ्ज़,उसके मेरे बिखरेंना जाने है कहाँ.?बेखयाल बेफ़िक्र,जिसे नही है मेरी,कोई कही
वक़्त की अहमियत को आप जितना समझोगे,वक़्त उतना ही आपको अपना हार्दिक मिलेगा।-हार्दिक महाजन
विनम्रता जिसमें विद्या का प्रतिफल है,वही जीवन में सुख का आधार होता है, जो जीवन में अपने सदा सुखी रहना चाहता है, उसे सदा जीवनभर विनम्र होना पड़ता है। -हार्दिक महाजन
ख़ामोशी कुछ कह नही सकती बसख़ामोश रह जाती है।-हार्दिक हजम
सीख जो भुला दी गई, वो फिर याद आई,डायरी में जब क़लम, हमने हार्दिक चलाई।-हार्दिक महाजन