दोस्तों आज हर व्यक्ति पढ़-लिख कर नौकरी के क्षे़त्र में एक
ऊंचा औदा पाना चाहता है। कोई डॉक्टर बनना चाहता है, कोई पुलिस, कोई वकील तो कोई इंजीनियर। लेकिन
एक लेखक के पहलू पर बहुत कम लोग ही ध्यान देते हैं। लेखक बनना एक गर्व की बात है। क्योंकि यह भी एक प्रकार की कला है जो हर किसी के पास नहीं होती। लेखक कई
प्रकार की पुस्तकें लिखते हैं, कुछ लोग अपने जीवन
की कहानी को व्यक्त करते हैं तो कुछ इतिहास, विज्ञान और भी बहुत कुछ के बारे में भी लिखते हैं। बहुत से
लेखक अपनी कहानी में अथवा पुस्तक में अपने जीवन के उस पहलू को व्यक्त करते हैं, जो उसके जीवन में घटित हुआ।
लेखक बनने से] अच्छा लिखने की तो क्षमता बढ़ती ही है, साथ में हम लेखन
के क्षेत्र में भी पारंगत होते चले जाते हैं। हमें अन्य व्यवसाय की तरह लेखन को भी
महत्व देना चाहिए ताकि आने वाले समय में हम इस क्षेत्र में भी विकसित हो सकें।
एक बेहतर लेखक बनने के लिए हमें अपनी त्रुटियों में सुधार
करना भी सीखना चाहिए। लिखते समय छोटी-छोटी बातों को ध्यान में रखना आवश्यक है।
इससे पाठक को पढ़ने में आसानी होती है और वह पढ़ने के लिए आतुर भी होता है। हर बात
को अच्छे तरीके से लिखकर समझाने का प्रयास करना चाहिए जिससे कि पढ़ने वाला व्यक्ति
लिखे हुए भावों को समझ सके।
हमें एक अच्छा लेखक बनने का निरंतर प्रयास करना चाहिए शायद
इस कलम की ताकत से हम ज्यादा नहीं तो कुछ प्रतिशत तो अपने देश की भलाई के लिए कुछ
कर सके। यह हमारा सौभाग्य ही होगा जो हम अपनी लेखन की शक्ति से किसी भी क्षेत्र
में उसका उत्थान कर सकें। जो कि हम सब के लिए कल्याणकारी सिद्ध हो सकेगा।
हमें अपने इस गुण को
पन्नों और कलम के द्वारा बाहर लाने की कोशिश करनी चाहिए। हम यह कह सकते हैं कि यह
एक ऐसा गुण है जिसे न चुराया जा सकता है और न छीना जा सकता है।
लेखन का क्षेत्र बहुत विशाल है। हम कुछ भी लिख सकते हैं, कुछ भी सोचकर अपनी
बातों को लिखकर व्यक्त कर सकते हैं, किसी के बारे में, किसी जगह के बारे में वर्णन कर सकते हैं, किसी के इतिहास के
बारे में लिख सकते हैं और भी बहुत कुछ लिख सकते हैं। जो हमारे लिए कहीं न कहीं
कारगर सिद्ध हो सके।
वैसे तो लिखते तो सब हैं लेकिन जो लेखन अपने किसी दोस्तों, रिश्तेदारों आदि लोगों
को पढ़ाने पर उन्हें पसंद आ जाती है और फिर अगर वह व्यक्ति आप से कहे कि आपको तो
लेखक बनना चाहिए तब समझिये आपका लेखन सफल हुआ और यदि
किसी प्रकाशन के माध्यम से पुस्तक छप जाती है, तब वह व्यक्ति लेखक बन जाता है।
एक लेखक का भविष्य क्या होना चाहिए? इसके बारे में हम प्रकाश डालेंगे-
समाज में प्रसिद्धि का माध्यम- लेखक बनने पर आपको सब जानने, पहचानने लगते हैं। जैसे-जैसे आपकी
पुस्तकों का प्रसार होने लगता है] आपकी प्रसिद्धि समाज में बढ़ने लगती
हैA यह एक ऐसा माध्यम है जो आपको समाज में प्रसिद्धि दिला सकता
है।
कमाई का जरिया- यदि आप कोई नौकरी कर रहे हैं तो आप अपनी उस नौकरी के साथ ही
साथ इस कार्य को भी
बखूबी कर सकते हैं। आप कई पुस्तकों के साथ और भी बहुत कुछ लिखकर प्रकाशित कर सकते
हैं। इससे आपको यह लाभ होगा कि आप और अधिक धन अर्जित कर
सकेंगे।
ज्ञान का भण्डार- लेखन ज्ञान का ऐसा भण्डार है जो किसी को देने से कभी घटता नहीं
बल्कि बढ़ता ही है। इसलिए लेखन ज्ञान के लिए भी सहायक है।