*श्रीमते यतिराजाय नमः**‼️ आपकी जिज्ञासायें ?? हमारे समाधान‼️*🌷🌺🌷🌺🌷🌺🌷🌺🌷*भाग १:---**प्रश्न:- गुरु दीक्षा क्या जरूरी है ??गुरु दीक्षा के कितने रूप हैं ??जब सीखना ही है तो दीक्षा के बिना भी तो सीखा जा सकता है तो दीक्षा के द्वारा गुरु एवं शिष्य के बीच कौन सा संबंध स्थापित हो जाता है**उत्तर:- सा
“प्रकृति विनाशक आखिर क्यों है?”-आनन्द विश्वासबिस्तर गोल हुआ सर्दी का,अब गर्मी की बारी आई।आसमान से आग बरसती,त्राहिमाम् दुनियाँ चिल्लाई। उफ़ गर्मी, क्या गर्मी ये है,सूरज की हठधर्मी ये है।प्रकृति विनाशक आखिर क्यों है,किस-किस की दुष्कर्मी ये है। इसकी गलती, उसकी गलती,किसको गलत, सही हम
जीवन शैली में बदलाव जरूरी वरना पालकों को परिणाम भोगना होगा! विश्व आज विकट परिस्थियों से जूझ रहा है. कोराना महामारी से लेकर भूकंप, बाढ और अपराध की बढ़ती हुई घटनाओं ने इससे निपटने की सबसे बड़ी जिम्मेदारी कुदरत ने अभिभावकों पर डाल दी है .आज अगर उन्होंने अपने बच्चों में आ
क्यों है कांग्रेस की जवानी में आक्रोश! नेतृत्व में क्यों नहीं होता बदलाव?कांग्रेस में युवा नेताओं के बीच क्यों है आक्रोश? आजादी के बाद कई सालों तक सत्ता में रहने वाली देश की सबसे बड़ी पार्टी रही कांग्रेस आज अंदरूनी अंतरद्वंद से जूझ रही है. वह लगातार जमीन छोड़ती जा रही है.ऐसे में शीर्ष पर राजनीति करन
करोना तूफान है तो सोशल मीडिया सुनामी!बात का बतंगढ़ बनाना तो कोई इनसे सीखें..दुनिया के साढ़े छै: हजार से ज्यादा लोगों को खाकर भी करोना का दिल नहीं भरा! भारत ने कई मुसीबतों का सामना किया..... लेकिन अब भी दम है!एम.ए.जोसेफहम भारतवासी जिस मिटठी के बने हैं वह अद्भुत है. हममें प्रतिरोधक शक्ति है. हममें सब
🌳🦚🦜☘🍀🌴🌲🎍🌲 *जय श्रीमन्नारायण**🌹श्री राधे कृपा हि सर्वस्वम🌷* *भ्रूण हत्या समाज का कलंक*🦚🦚🦚🦚🦚🦚🦚 आइए आज विचार करें जो यह एक कलंक रूपी अभिशाप लगा हुआ है इसका कारण क्या है ऐसी मानसिकता क्यों बन गई जरा विचार करिए चैनलों पर मीडिया के सामने समाज में हर कोई इसका विरोध करता हुआ दिखाई
दोस्तों आज हर व्यक्ति पढ़-लिख कर नौकरी के क्षे़त्र में एकऊंचा औदा पाना चाहता है। कोई डॉक्टर बनना चाहता है, कोई पुलिस, कोई वकील तो कोई इंजीनियर। लेकिनएक लेखक के पहलू पर बहुत कम लोग ही ध्यान देते हैं। लेखक बनना एक गर्व की बात है। क्योंकि यह भी एक प्रकार की कला है जो हर क
क़ाफ़िया ज़िंदा आ स्वर रदीफ़ हूँ मैं वज़्न -२१२२ २१२२ २१२अरकान-फ़ाइलातुन फ़ाइलातुन फ़ाइलुन“गज़ल”क्या बताऊँ क्यों नहीं सुनता हूँ मैंहर घड़ी हैवान से लड़ता हूँ मैंदेख वह ले जा रहा है आदमीदौड़ कर रोको उसे कहता हूँ मैं।।फूलकर कुप्पा हुआ सहकार पाकब उठेंगे हाथ बस तकता हूँ मैं।।राम आए थे ब
दशहरा पूरे भारतवर्ष में मनाया जाने वाला एक महत्वपूर्ण धार्मिक त्योहार है, जिसे हिन्दु धर्म के अनुसार माँ दुर्गा और भगवान श्रीराम से जोडकर देखा जाता है। इस त्यौहार को मानने के संदर्भ में अास्था ये है कि माँ दुर्गा ने महिषासूर से लगातार नौ दिनो तक युद्ध करके दशहरे के
हमारे देश में इस ऐसी क्रान्ति आयी है जिसमें वन को काटा जा रहा है लोग वन को झाली कहते हैं पक तनिक नहीं सोचते कि इसको काटने के बाद क्या होगा क्या श्वास लेंगे किसके छाये में बैठेंगे उन्हें तो सिर्फ शो बाजी से मतलब है ये सब उनकी समझ से बाहर है उन्हें इस बात को समझना होगा