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आईएएस के लिए ?

26 जनवरी 2015

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featured imageहमारे सबके अपने अपने कुछ लक्ष्य होते हैं ....कुछ बड़े या कुछ छोटे होते हैं पर परिश्रम की मांग सभी करते है ! आईएएस के साथ भी कुछ ऐसा ही है ......प्रायः छात्रों की पहली समस्या होती है कि आईएएस का पाठ्यक्रम इतना बड़ा है ..मैं तो बन ही नहीं सकता ...कौन करेगा इतनी मेहनत ! तो सुनिए आईएएस भी इंसान ही बनते हैं और आप भी एक इंसान हो ...आप सिर्फ आईएएस बन नहीं सकते बल्कि आईएएस टॉप भी कर सकते हो , सबसे पहले समस्याओं का आकलन करो फिर खुद कि क्षमताओं का आकलन करो ....और एक मनुष्य के अंदर उतनी शक्तियां मौजूद होती हैं कि वह अपना भविष्य का निर्माण खुद कर सकता है ! सभी कहते हैं कि मेरे पास पैसा नहीं है कि मैं आईएएस कि कोचिंग कर सकूँ ....तो सुनिए एपीजे अब्दुल कलाम ने भी अख़बार बेचकर देश का सर्वोच्च पद प्राप्त किया है तो क्या आप नहीं कर सकते .....दोस्तों बिना कोचिंग के पहले भी अभ्यर्थी सफल होते रहे हैं और आज भी हो रहे हैं बस आपको थोड़ा मेहनत ज्यादा करनी पड़ेगी .....अगर आपके पास पैसा नहीं है तो योग्यता बनाइये और मुझे लगता है कि जिसके अंदर वास्तविक योग्यता होगी वो खाली नहीं रह सकता .... दोस्तों पैसा कोई सफलता के रुकावट का कारण नहीं है ....धीरू भाई अम्बानी जी भी करोड़पति पैदा नहीं हुए थे किसी के यहाँ नौकरी करके खुद को करोड़पति बनाया ......आपको परिवार का समर्थन नहीं मिलता ये भी कोई मुख्य कारण नहीं है असफलता का ....आपका परिवार आपको बेहतर जानता है ..बस उन्हें अपनी आशाएं बताइये ..निश्चय ही वो मान जायेंगे ...और अगर नहीं मानते तो उनके खिलाफ जाइये वो आपको घर से नहीं निकाल देंगे ...और आपकी सफलता में सबसे ज्यादा ख़ुशी उन्ही को होगी ......आज का काम कल पर मत छोड़िये ...आप लोग सोचते हो आज और ऐसा कर लें फिर कल से नहीं और इसी कल कल के चक्कर में जिंदगी गुजर जाती है .....जो सोचो उसे तुरंत करो......पाउलो कोएलो ने कहा था कि जब तुम वास्तव में कुछ पा लेना चाहते हो तो सारी कायनात उसे हासिल करने में तुम्हारी मदद करती है .....मित्रों पर कुछ पाने कि जिद भी आपको खुद में पैदा करनी होगी .......मित्रों संघर्ष किस चीज में नहीं है पर एक बात और है जो विवेकानंद जी ने कहा था " जितना बड़ा संघर्ष होगा जीत उतनी ही शानदार होगी " और दोस्तों अगर जीत पक्की हो तो कायर भी लड़ जाते हैं बहादुर तो वे कहलाते हैं जो हार निश्चित होने पर भी मैदान नहीं छोड़ते ...फैसला आपका है आप बहादुर हैं या कायर .....हिटलर ने एक खूबसूरत पंक्ति कही थी कि अगर हम बिना संघर्ष के सफल होते हैं तो वह केवल जीत होती है पर अगर हम संघर्ष के साथ सफल होकर दिखाते हैं तो वह इतिहास बनता है ! और एक बात अगर आप अपनी किस्मत के इंतजार में बैठे हैं कि वो बदलेगी और आपको आईएएस बना देगी तो सुनिए मेहनत मोहताज नहीं होती किस्मत की और लकीरों की . ... और इंतजार करने वालो को सिर्फ उतना मिलता है जितना मेहनत करने वालों से छूट जाता है ..... तो आज उठिए और प्राण कीजिये की आपको आपकी मंजिल से पहले कही नहीं रुकना है अरे मेहनत ही तो करनी होगी न जान तो नहीं जाएगी और थोड़ा मेहनत के बाद की अपनी लाइफ को भी ध्यान रखिये ...एक लम्बी गाड़ी ....उसमे लाल नीली बत्ती . ,,,पद , पैसा और प्रतिष्ठा तीनो होगा आपके पास .....और वो सब जो एक सपने में ही आपने देखा है ! आप अकेले हो आप सब कुछ तो नहीं कर सकते पर आप वो करने से कभी पीछे मत हट जाना जो आप कर सकते हो ! क्योकि सपने वो सच नहीं होते जो सोते वक़्त देखे जाते हैं सपने तो वो सच होते हैं जिनके लिए हम सोना छोड़ देते हैं !
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किस्मत भले परेशान करती है ? जब shath देती है तो जिन्दगी बदल देती है

25 जनवरी 2015
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आईएएस के लिए ?

26 जनवरी 2015
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हमारे सबके अपने अपने कुछ लक्ष्य होते हैं ....कुछ बड़े या कुछ छोटे होते हैं पर परिश्रम की मांग सभी करते है ! आईएएस के साथ भी कुछ ऐसा ही है ......प्रायः छात्रों की पहली समस्या होती है कि आईएएस का पाठ्यक्रम इतना बड़ा है ..मैं तो बन ही नहीं सकता ...कौन करेगा इतनी मेहनत ! तो सुनिए आईएएस भी इंसान ही बनते है

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"हमारा हिन्दुस्तान

26 जनवरी 2015
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==="हमारा हिन्दुस्तान"==== ये हमारा वतन हमारा भारत महान है, दिलों की धड़कन हमारा हिन्दुस्तान है । ऐसा देश हमारा हिमालय जिसकी शान है, देश के लिए कुर्बान हमारे दिल ओ जान है । है नहीं कोई और दूसरा सारी दुनिया में, जहाँ पर पवित्र गंगा नदी एक वरदान है । जहाँ गाँधी नेहरू सुभास ने जनम लिया, वो प्यारा देश हम

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