
जवाहर चौधरी
इन्दौर में पैदाइश 11 फरवरी 1952, शिक्षा - समाजशास्त्र में एम.ए. बाद में पीएच.डी. भी । मुख्य रूप से व्यंग लेखन , कहानियां और सामयिक विषयों पर लेख एवं कर्टूनकारी . तीस वर्ष इन्दौर के गुजराती आर्टस एण्ड ला कालेज में सहायक प्राध्यापक, दो वर्ष देवी अहिल्या आर्टस एण्ड कामर्स कालेज में प्राचार्य । 2008 में निजी कारणों से स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति । अब केवल अध्ययन और लेखन । बच्चों की स्मृति में कार्टूनिंग भी । आठ व्यंग्य संग्रह,एक कहानी संग्रह,एक नाटक,एक लघुकथा संग्रह प्रकाशित , दो उपन्यास प्रकाशनाधीन . 1993 में म.प्र. साहित्य परिषद का पहला शरद जोशी पुरस्कार, कादंबिनी द्वारा आयोजित अखिल भारतीय व्यंग्य लेखन प्रतियोगिता में द्वितीय पुरस्कार - 1992, मध्यप्रदेश लेखक संघ भोपाल का 'माणिक वर्मा व्यंग्य सम्मान - 2011'. अभिनव कला परिषद , भोपाल का 'अभिनव शब्द शिल्पी सम्मान- 2012', सम्मान "व्यंग्य श्री-2014" हिंदी भवन, दिल्ली (13फरवरी 2014).



jawaharchoudhary
विचारधारा एक तरह का अभयारण्य है। वे ऊँची जालियों वाली एक वैचारिक हदबंदी में कैद रहते हैं और उन्हें इस कैद की आदत हो जाती है।

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विचारधारा एक तरह का अभयारण्य है। वे ऊँची जालियों वाली एक वैचारिक हदबंदी में कैद रहते हैं और उन्हें इस कैद की आदत हो जाती है।