आपका जन्म कहाँ हो, कब हो, और किसके घर हो, इसपर आपका कोई बस नहीं है. हम सब इससे सहमत है,होना ही होगा और कोई विकल्प नहीं है. हाँ मैं बात कर रहा हूँ की सचमुच हमारे पास कोई विकल्प नहीं है जो हो चूका उसे आप बदल नहीं सकते और जो हो रहा है वो आपके पूर्व के कर्मों का प्रतिउत्तर है, न न, यहाँ कर्म को आध्यात्मिक दृष्टिकोण से मत देखिये मैं बात कररहा हूँ व्यवहारिक रूप से आपने अपने पिछले जीवन को कैसे जिया है आपको संस्का रकैसे मिले हैं, आपकी शिक्षा कैसी हुई है आपका नजरिया किस तरीके से विकसित हुआ है और जीवन को बेहतरीन तरीके से जीने के लिए आप कितने उत्साहित या तैय्यार है . ये हैं आपके पूर्व कर्म जो आपके साथ आज क्या हो रहा है उसकी नींव हैं. तो बताइये अब आप क्या कर सकते हैं?
इसीलिए कहा गया है की जो हुआ अच्छा हुआ. . , .