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Juhi Singh के बारे में

लेखक की पहचान है कलम✍️ लेखक की शान है कलम ✍️ लेखक की आवाज़ हैं कलम ✍️ लेखक की जिंदगी है कलम✍️ और एक कलमकार की तकदीर को सुनहरे अक्षरों में लिखती हैं कलम✍️ 🌼🌼🌼🌼🌼🌼🌼🌼🌼🌼🌼🌼🌼 मुझे हिंदी कविताएं, कहानियां, उपन्यास पढ़ना और लिखना दोनो ही बहुत पसन्द हैं।मुझे महादेवी वर्मा, निराला जी और मुंशी प्रेमचन्द जी की किताबे पढ़ना बहुत पसन्द हैं साथ ही बंगाल में रहने की वजह से मुझे रविंद्र नाथ टैगोर जी के गाने और उपन्यास, कविताएं भी अच्छी लगती हैं। किताब मेरी सबसे अच्छी दोस्त हैं, और कलम मेरे सभी सपनो को पूरा करने का एक जरिया है।

पुरस्कार और सम्मान

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दैनिक लेखन प्रतियोगिता2023-08-15
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दैनिक लेखन प्रतियोगिता2023-08-02
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दैनिक लेखन प्रतियोगिता2023-07-27
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दैनिक लेखन प्रतियोगिता2022-02-27

Juhi Singh की पुस्तकें

सुन्दरी

सुन्दरी

सुन्दरी नाम की एक लडकी के जीवन की समस्त घटना का उल्लेख इस किताब में किया गया है। जो बहुत हीं सुंदर रहती हैं। जिस वजह से उसका नाम सुंदरी पड़ा है। क्या कारण है कि सुंदरी के पिता को नशे ने जकड़ लिया । आखिर सुंदरी के पिता क्यों सुंदरी को पसंद नहीं करते

14 पाठक
30 रचनाएँ
1 लोगों ने खरीदा

ईबुक:

₹ 105/-

सुन्दरी

सुन्दरी

सुन्दरी नाम की एक लडकी के जीवन की समस्त घटना का उल्लेख इस किताब में किया गया है। जो बहुत हीं सुंदर रहती हैं। जिस वजह से उसका नाम सुंदरी पड़ा है। क्या कारण है कि सुंदरी के पिता को नशे ने जकड़ लिया । आखिर सुंदरी के पिता क्यों सुंदरी को पसंद नहीं करते

14 पाठक
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₹ 105/-

प्रेम रस

प्रेम रस

प्रेम रस से भरी कविताएं जिसमे आज के जमाने का बेपनाह प्रेम को दर्शाया गया है। जिसमे एक निश्छल प्रेम का भाव दिखता है। जब एक लडकी को किसी लड़के से प्रेम होता हैं तो वह उस लड़के को अपना सब कुछ समझ लेती है। उसके नाम से भी प्रेम कर लेती हैं,और उसे हर जगह

10 पाठक
50 रचनाएँ
1 लोगों ने खरीदा

ईबुक:

₹ 132/-

प्रेम रस

प्रेम रस

प्रेम रस से भरी कविताएं जिसमे आज के जमाने का बेपनाह प्रेम को दर्शाया गया है। जिसमे एक निश्छल प्रेम का भाव दिखता है। जब एक लडकी को किसी लड़के से प्रेम होता हैं तो वह उस लड़के को अपना सब कुछ समझ लेती है। उसके नाम से भी प्रेम कर लेती हैं,और उसे हर जगह

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₹ 132/-

सच्ची बातें

सच्ची बातें

सच्ची बातें किताब में आज के समाज की सचाई हैं

7 पाठक
5 रचनाएँ

निःशुल्क

सच्ची बातें

सच्ची बातें

सच्ची बातें किताब में आज के समाज की सचाई हैं

7 पाठक
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प्रेरणादायक कहानियां

प्रेरणादायक कहानियां

यह किताब प्रेरणादायक कहानियां का संग्रह है।

5 पाठक
7 रचनाएँ

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प्रेरणादायक कहानियां

प्रेरणादायक कहानियां

यह किताब प्रेरणादायक कहानियां का संग्रह है।

5 पाठक
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Juhi Singh के लेख

आजाद भारत

15 अगस्त 2023
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यूंही नहीं मिली आजादीकितनो ने जान गवाया जला कर अपनी अस्थियां कोदेश को आजाद कराया कितनो की फूटी होगी चूड़ियां कितनो के आंचल

दंगो में हरियाणा

2 अगस्त 2023
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धार्मिक यात्रा के समयये कैसा संकट छायाहिंसा के चपेट मेंपूरा हरियाणा आयापथरबाजियो ने कितने को घायल कर डालाकितनो के जान पर संकट आयानूंह में हिंसा की लहरकिसने फलाई थीये हिंसा कोई होनी थीया किसी की

कलाम कमाल थे  _____________________

27 जुलाई 2023
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कलाम कमाल थे _____________________कलाम नहीं कमाल थे वोदेश के सच्चे सपूत थे वोजात पात से परे थे वोहम सब का फरिश्ता थे वोछात्रों की प्रेरणा थे वोदेश की शान थे वोकलाम नहीं कमाल थे वो &n

शब्द की पहचान

11 अक्टूबर 2022
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शब्द की पहचान कर लो बोलने से पहले शब्द में मिठास घोल लो बोलने से पहले शब्द ऐसे हो जो मन को शीतल कर दें किसी गैर के मन में भी अपनेपन का भाव भर देशब्दों से ही जीत सकते हो आप कि

दुनिया के सौ रंग

11 अक्टूबर 2022
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दुनिया के सौ रंग,सुख में सब साथ खड़े,दुःख में कोई भी न संग,दुनिया के सौ रंग | बिना स्वार्थ के कोई ना संग,छल, कपट, ईष्या से भरा है सबका मन,दुनिया के सौ रंग |

दया का फल

4 अप्रैल 2022
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संतोष एक नेक और दयालु व्यक्ति था। वह किसी को पीड़ा में नहीं देख सकता था। किसी को कुछ भी पीड़ा हो वह दौड़कर उसकी मदद के लिए जाता था। वह इंसान ही नहीं पशु पक्षी जानवर सब के लिए दया की भाव रखता था। वह हर

जैसी करनी वैसी भरनी

4 अप्रैल 2022
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गोविंदपुर गांव में एक राजू नाम का बनिया था। वह बहुत क्रोधी और लालची था ।वह गांव वालों को सामान महंग और मिलावटी कर देता था। गांव वालों को पता था कि वह सामान में मिलावटी करता है, पर लोग उसे कुछ भी नहीं

सुंदरी अंतिम भाग

3 अप्रैल 2022
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सुंदरी– मैं कुछ लोगों से बात कि तो पता चला मेरे जन्म के समय इस गांव में कौन पूजा पाठ करवाते थे। तो मैं सच में इन्हें खोजती हुई इनके घर गई तो वहां इन्हें धमकी देने पर सब पता चला। फिर

सुंदरी भाग 30

3 अप्रैल 2022
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सुंदरी– हां मुझे अपने पापा से एक बार मिलना है ।राजीव–पर सुंदरी अगर तुम्हारे पापा ने तुम्हारी बात नहीं समझी तो सुंदरी –जरूर समझेंगे राजीव– ठीक है ,अगर तुम्हारा मन है तो तुम जाओ मै

सुंदरी भाग 29

3 अप्रैल 2022
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राजीव–( सुंदरी का आंसू पूछते हुए कहता हैं) चुप हो जाओ सुंदरी मैं तुम्हारे आंखों में आंसू नहीं देख सकता। सुंदरी भीगी भीगी पलकों से राजीव को देखती हैं ।राजीव सुंदरी का हाथ पकड़कर उसे कुर्सी क

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