shabd-logo

कदम

19 सितम्बर 2021

23 बार देखा गया 23
कुछ कदम हम चले,
कुछ कदम तुम चलो।
फर्क इतना रहे की,
हम चले तो फासला घटता गया।
और तुम चले तो फासला बढ़ता गया।।

Kundan Thakur की अन्य किताबें

किताब पढ़िए

लेख पढ़िए