. जब महाभारत का युद्ध प्रारम्भ हो रहा था, इधर से पांड़वो की सेना तैयार थी उधर से कौरवों की स
*भाग ४१ ते ४५**बखर_सावरकरांची:* भाग ४१ (१०/०७/२०२२)दोन महिने उलटून गेले तरी नाशिक मधून प्लेग हटेना. त्यामुळे तात्यारावांच्या मामाने या सगळ्या मुलांना नाशिक सोडून कोठूरला आजोळी यावे म्हणून तगादा लावला.
1. रोज सुबह सरसों या नारियल के तेल में लहसुन की तीन-चार कलियॉ डालकर (जब तक लहसुन की कलियां काली न हो जायें) गर्म कर लें। ठंडा होने पर इस तेल से कमर की मालिश करें।2. नमक मिले गरम पानी में एक तौलि
सिद्धासन :सर्वश्रेष्ठ ब्रम्हचर्य आसन :जानिए योग के लाभ , करने की विधि और सावधानियांसिद्धासन नाम से ही ज्ञात होता है कि यह आसन सभी सिद्धियों को प्रदान करने वाला है, इसलिए इसे सिद्धासन कहा जाता है। यमों
गर्भपात-पूरे गर्भ काल के दौरान सौंफ का अर्क पीते रहने से गर्भ नही गिरता ,पाचन संबंधी भी कोई रोग नही होता , संतान तंदरुस्त पैदा होती है।माहवारी में ज्यादा खून गिरना-20 ग्राम धनीयॉ200 ml पानी मे उबालो,&
यह रोग तब होता है, जब व्यक्ति अधिक ठंडी चीजों तथा फ्रिज में रखे पानी का इस्तेमाल हर समय करता है| वैसे यह खतरनाक रोग नहीं है लेकिन दर्द शुरू होने पर रोगी को अपार कष्ट का सामना करना पड़ता है| फेफड़ों मे
1. लिवर की सफाई के लिए:- 20 ग्राम काली किशमिस और 1 ग्लास पानी लेकर मिक्सर मे ज्युस बनाकर सुबह खाली पेट 15 दिनों तक सेवन करने से लिवर की सफाई होती है |2. किडनी की सफाई के लिए:- हरा धनिया 40 ग्राम +1 ग
मूत्र विकार के अंतर्गत कई रोग आते हैं जिनमें मूत्र की जलन, मूत्र रुक जाना, मूत्र रुक-रुककर आना, मूत्रकृच्छ और बहुमूत्र प्रमुख हैं| यह सभी रोग बड़े कष्टदायी होते हैं| यदि इनका यथाशीघ्र उपचार न किया जाए
1-हर व्यक्ति जन्म लेता है गो-पुत्र के रूप में-इसलिये उसका एक गोत्र होता है।2-हर व्यक्ति अपना विवाह मुहूर्त चाहता है -गो धूलि बेला में।3-हर व्यक्ति मृत्यु के बाद जाना चाहता है गोलोक धाम,हर आत्मा चाहती
समुद्र-मंथन से जो चौदह रत्न निकले उनमें एक कामधेनु थी। सभी गौएं कामधेनु ही की संतानें हैं। सभी कामनाओं व सुखों को देने वाली होने के कारण गाय कामधेनु कहलाती है । गाय का रोम-रोम सात्विकता और पवित्रता से
1. वात:- शरीर में गैस बनना।2. पित्त:- शरीर की गर्मी बढ़ना ।3. कफ:- शरीर में बलगम बनना।नोट:- किसी भी रोग के होने का कारण एक भी हो सकता है और दो भी हो सकता है या दोनों का मिश्रण भी हो सकता है या तीनों द
वो पिता होता हैहर मुश्किल को जो सहता है और कुछ भी न कहता हैवोपिता होता हैखिलौने जो लाता है,,बच्चो को कपड़े नए जो पहनाता हैवो पिता होता हैखुद के होते है जूते फटे औरलिबास पुराना जिसकेतन पर होता
योगमुद्रासन : जानिए इस आसन के लाभ, आसन करने की विधि व सावधानियांसंलग्न चित्रानुसार योगमुद्रासन के लाभ जानने के पश्चात आप इसे हर रोज करने लगेंगे। इस आसन को करने से आपके पेट के आधे से ज्यादा रोग सम
घ़ना दिन सो लिओ रे अब जाग मुसाफिर जाग तू जहा आयो मां की गोद मे जततन लाड़ लडायो
एक पहाड़ की ऊंची चोटी पर एक गरुड़ रहता था। उसी पहाड़ की तलहटी में एक विशाल वृक्ष था, जिस पर एक कौआ अपना घोंसला बनाकर रहता था। तलहटी में आस-पास के गांवों में रहने वाले पशु पालकों की भेड़-बकरियां चरने आ
लिवर की कमजोरी का कुदरती इलाज-यकृत (लिवर) का एक अन्य पर्यायवाची जिगर भी होता है।यह शरीर का सबसे बड़ा अंग है, जिसका वज़न तीन से चार पाउंड के लगभग होता है।यह वक्ष के डायफ्राम के नीचे दाईं ओर स्थित होता
जिसका प्रयोग हम कभी 'किसी ख़ास व्यक्ति से मुझे एलर्जी है' के रूप में करते हैं।ऐसे ही हमारा शरीर भी ख़ास रसायन उद्दीपकों के प्रति अपनी असहज प्रतिक्रया को 'एलर्जी' के रूप में दर्शाता है.!बारिश के बाद आय
पथरी को ठीक करने के सबसे कारगर घरेलू नुस्खे नीचे दिए जा रहे हैं। इन उपायों को अपनाने के साथ-साथ समय-समय पर अपने डॉक्टर से भी जाँच कराते रहें जिससे आपकी किडनी स्टोन का उचित ट्रीटमेंट हो सकेपथरी को तोड़
मयूरासन: जानिए योग करने का सही तरीका, फायदे और सावधानियांमयूरासन संस्कृत भाषा से लिया गया शब्द है, जो की दो शब्दों से मिलकर बना है। इसमे पहले शब्द “मयूर” का अर्थ “मोर” है और दूसरा शब्द “आसन” का अर्थ “
जीरा आयरन का सबसे अच्छा स्रोत है। इसे नियमित रूप से खाने से खून की कमी दूर हो जाती है। गर्भवती महिलाओं के लिए जीरा अमृत का काम करता है। जीरा, अजवाइन, सौंठ, कालीमिर्च, और काला नमक अंदाज से ल