दिल को न निराश करो
जग में
तुम कुछ कर्म करो
दिल हो या दिमांग जोश का उमंग
भरो
जन्मे में हो जिसके लिए उसका
मददकार बनो.
कदम कदम बढ़ाते जाओ
देश के लिए कुछ कर्म करते जाओ
अपनी अभिलाषा खुद
बनाओ
मन तन में उमंग
भरते जाओ
कभी न तुम तुम हिम्मत हरो
कभी न पथ से भटको
कर्म तो तुम करते जाओ
तुमारा परिश्रम देख रहा है
बैठा ऊपर वो भगवन.
ये सोचो , “मन में है अभिलाषा जो
करना है मुझे वो काम”
कुछ लोगो के शारीर पर
छाई है आलाश जैसी शैतान
दूर भगाओ इस शैतान को,
हो जाओ खुद से तैयार
अपना काम स्वय करो , जीवन में
उन्नंती करो
कुछ कर्म करो कुछ कर्म करो
दुनिया में अच्छा नाम करो.
बनो भगत बनो सुभाष, जेपी के
जैसा नाम करो .
दिल को न निराश करो देश के लिए
कुछ कर्म करो .