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kavita

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शिक्षण संस्थान ज्ञान के मन्दिर है मंदिर इसलिए कि ज्ञान से पवि= सृष्टि में और कुछ है ही नहीं।"न हिं ज्ञानेन सद`शं पवित्र मिह वि|ते। वेद कहता है कि ज्ञान और ब्रह्मा पर्यायवाची शंकराचार्य भी यही कहते है कि ब्रह्म ज्ञान मा= है। ज्ञान का आधार विद्या है। शिक्षित व्यक्ति ही किसी देश की संस्कृति और सभ्यता ह

anar Dekho lal lal dhani iske bade Kamal. jo bhi khaye ho jaaye lal. takat milati badi dhamaal. anar Dekho lal lal...................... Danish ke bade Ka

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जीवन के मधु प्यास हमारे, छिपे किधर प्रभु पास हमारे?सब कहते तुम व्याप्त मही हो,पर मुझको क्यों प्राप्त नहीं हो?नाना शोध करता रहता हूँ, फिर भी विस्मय में रहता हूँ,इस जीवन को तुम धरते हो, इस सृष्टि को तुम रचते हो।कहते कण कण में बसते हो,फिर क्यों मन बुद्धि हरते हो ?सक्त हुआ मन निरासक्त पे,अभिव

भाव का मैंने फल एक लायाउसका मैंने रस है निकालारस से मैंने स्याही बनाईउसी से एक कविता लिख डालातुकबंदी का मिर्च मसालाअच्छी तरह से इसे कुटा मेरे भायामहक जो उसका कमाल पायाअंदर तक मैंने उसको है मिलायाकल्पना में जो रंग भरा हैउसी रंग से रंग दे पन्नों कोस्वाद है डाला इसने ऐसाजलन हो जाए मीठे गन्नों कोये सब ल

मैं पंख विहीन खग केतु, यह समय भुजंग प्रचंड विकराल।

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एक लतखोर नेता >>>>>हर लात के बाद----नीचे नहीं !! ऊपर चढ़ता ,_____फुटबाल की तरह 000000कमजोर पार्टी की गोलपोस्ट में [[[[[[[घुस गया !!!!!!फिर उसे बीच में रख,,,,,,दोनों पार्टियों ने खूब------लतियाया ??????खेल के अंत में ........जीतने वाले पार्टी ने,.,..,.,.,उस लतखोर को ******

तुम से मिलने को जी चाहता है. ना हकीकत से भाग सकता हूँ, ना ख्वाबों में जी सकता हूँ, ना जाने क्यों फिर भी तेरे ख्वाबों में जीने को जी चाहता है. हकीकत में मिलना मुमकिन ना सही, ख़्वाबों में आना कुछ कम तो नहीं.

कविता जो दिल को छू जाये पंछी क्या सोचे वो क्या जाने, पंछी बन जो उड़ना ना जाने. नहीं कल को सोच पछताना, क्या होगा सोच ना घबराना. सोने का पिंजरा पसंद नहीं, पेड़ों पर जाकर सो जाना. दाना-पानी का व्यापार नहीं, सोने-चांदी की भी चाह नहीं. जो है सब तेरा - मेरा है,

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"एक एक पल एक एक साल सा होता है, इंतज़ार तो कमबख़्त कमाल सा होता है. मुश्किल होता है वक्त मगर बेहद सशक्त, अच्छे अच्छों को भी एहसास सा होता है. तनहा रहना सब के लिए आसान नहीं है, फेल होते हुए भी दीदार पास सा होता है. इतना जल्दी सब कुछ मन सोचे हर कुछ, आदतन मन का अजीब हाल

इस्मत फ़रोशी से ज्यादा हो जहाँ इस्मतदर, बात ईमान की उस मुल्क में बेमानी है .बेपर्दगी की हिमायत में है एक भीड़ खड़ी, वो ही इस्मतदर के हिम्मत अफ़्ज़ाई है. (आलिम)

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इस दुनिया में हर इंसान किसी ना किसी वजह से परेशान रहता है लेकिन बहुत से लोग अपनी परेशानी किसी से शेयर नहीं कर सकते हैं। उन्हें अच्छा नहीं लगता तो कोई अपनी हर बात किसी एक खास को बताते हैं जिसपर उन्हें विश्वास होता है। लाइफ में हम जिसे सबसे ज्यादा प्यार करते हैं वो हमसे दूर रहता है और उसे हम पा नहीं स

भरे कमरे में हम अकेले हैक्या बात करें कुछ समझ नहीं आतालोगों की ख़ुशी और झिज्ञासा देख करकभी कभी लगता है कि शायद हमें जीना ही नहीं आता

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Hamein manjoor nhi k aapko galat kahe ae zamana, par AAP hamari firk na karo hamein aata hai gam chhupana ,koi puchhe us dhokebaaz ka naam bas,haskar mera naam batana ,par aap hamari fikr na karo hamein aata hai bahane banana,Dil me agar koi bojhsi lage, khulkar sab k

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इस जिहादी ममता को आपका क्या जवाब है ? इस जिहादी ममता को आपका क्या जवाब है ?

दिल को न निराश करो जग मेंतुम कुछ कर्म करो दिल हो या दिमांग जोश का उमंगभरोजन्मे में हो जिसके लिए उसकामददकार बनो. कदम कदम बढ़ाते जाओ देश के लिए कुछ कर्म क

If God Is.......... Author: पियूष गोयल If God is Parents. I Adore. If God is Brother & Sister. I Love & Share. If God is Children. I Kiss. If God is Wife. I Love & Have Faith. If God is Life. I Care. If God is Success. I Accept. If God is Night. I Sleep. If

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हर दिन एक नया इल्ज़ामसमझ नहीं आता कि कैसे, बदलें अपना चाम कोई कहता कठमुल्ला तो कहता कोई वाम ताना कसते इस अंगने में नहीं तुम्हारा काम कैसे आगे आयें देखो लगा हुआ है जाम ये ही दुःख है हर घटना में लेते हमारा नाम कैसे आयें मुख्यधारा में भटक रहे दिनमान हर दिन एक नया इ

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कौन जाने  आग पानी कब तलक,     बेवफ़ा ढलती  जवानी  कब तलक।  आज  खोलें चाहतों की सीपियाँ,मोतियों की महरबानी कब तलक।  रौशनी के पर लगाकर तितलियां,  खोजती अपनी निशानी कब तलक हाथ में खंजर उठाकर चल दिये,इस तरह रश्में निभानी कब तलक।  टूट जाते हो खिलौनों की तरह,अस्थि पिंजर हैं छुपानी कब तलक। क़ैद से बागी  परिं

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