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किस रावण की काटूं बाहें

27 जनवरी 2015

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किस रावण की काटूं बाहें, किस लंका को आग लगाऊँ..! घर घर रावण पग पग लंका, इतने राम कहाँ से लाऊँ..,!!! नफरतों का असर देखो, जानवरों का बटंवारा हो गया, गाय हिन्दू हो गयी; और बकरा मुसलमान हो गया. मंदिरो मे हिंदू देखे, मस्जिदो में मुसलमान, शाम को जब मयखाने गया; तब जाकर दिखे इन्सान. ये पेड़ ये पत्ते ये शाखें भी परेशान हो जाएं.. अगर परिंदे भी हिन्दू और मुस्लमान हो जाएं सूखे मेवे भी ये देख कर हैरान हो गए.. न जाने कब नारियल हिन्दू और खजूर मुसलमान हो गए.. न मस्जिद को जानते हैं , न शिवालों को जानते हैं जो भूखे पेट होते हैं, वो सिर्फ निवालों को जानते हैं मेरा यही अंदाज ज़माने को खलता है. की मेरा चिराग हवा के खिलाफ क्यों जलता है...... में अमन पसंद हूँ, मेरे शहर में दंगा रहने दो... लाल और हरे में मत बांटो , मेरी छत पर तिरंगा रहने दो JAI HIND !!! Wish you all a very happy Republic Day 2015.
ANWAR HUSSAIN

ANWAR HUSSAIN

बहुत khub

27 जनवरी 2015

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मुल्क से मोहब्बत

27 जनवरी 2015
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बहक जाने दो मुझे मेरे मुल्क की मोहब्बत में, ये वो नशा है जो मेरे सर से कभी उतरता नहीं ...!! जय हिन्द आप सभी को गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं

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किस रावण की काटूं बाहें

27 जनवरी 2015
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किस रावण की काटूं बाहें, किस लंका को आग लगाऊँ..! घर घर रावण पग पग लंका, इतने राम कहाँ से लाऊँ..,!!! नफरतों का असर देखो, जानवरों का बटंवारा हो गया, गाय हिन्दू हो गयी; और बकरा मुसलमान हो गया. मंदिरो मे हिंदू देखे, मस्जिदो में मुसलमान, शाम को जब मयखाने गया; तब जाकर दिखे इन्सान. ये पेड़ ये पत्ते ये

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अच्छी बातें

28 जनवरी 2015
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आंखों मे आंसू आप के कर्मो से मिलते हैं... प्रभु से शिकायत करना अपनी मूर्खता है..! ☆☆☆ पाप करते वक्त पीठ थपथपाने वाले बहुत मिलेंगे..,पर उसके परिणाम अकेले को ही भुगतने पडेंगे...! ☆☆☆ बोलने से पहले लफ्ज इंसान के गुलाम होते है... लेकिन बोलने के बाद इंसान लफ्ज का गुलाम बन जाता है....! ☆☆☆ पके हुए फल की

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