shabd-logo

बस लिखना चाहता हूँ

17 जून 2016

206 बार देखा गया 206

जरुरी नहीं है की कोई बात हो तब ही कुछ लिखना होगा. कभी मन न भी करे तो लिखना चाहिए . दिल को सुकन मिलता है. फेसबुक पर लिखने में तो अलग बात हो जाती है,  भीड़ में कुछ कहना जब सब लोग हड़बड़ी में हो तब तो बस एक रसम ही हो जाती है लिखना. थोड़ा समय ले चूका हु आपका तो चाहूंगा की कुछ और बात भी हो जाए, 



मोबाइल मेरा खो गया है . गलती मेरी ही थी. ठीक से रख नहीं सका .पर अब दिल को समझने में लगा हु की जो हुआ वो ठीक ही हुआ, एक सस्ता मोबाइल ख़रीदा है वो नेट या वाट्सअप चले के काम नहीं आ सकता है. तो नेट पर एक घंटा डेली समय दे रहा हु. फेसबुक और जो भी जरुरी काम है उसे निबटा देता हु. तो इस सबदनगरी पर भी कुछ समय जरूर दे दूंगा. 


मैं सबसे ज्यादा जो काम करता हु वो है बीमारी के बारे में लोगो को सलाह देना. अगर कोई बीमारी है तो दवा तो चला ही लीजिए पर एक बार फोन कर लीजिए .कुछ घर में मौजूद उपचार भी बता दूंगा जो सस्ती तो है पर बड़े काम की है. मेरे नंबर पर दोपहर 12 बजे से 4 बजे आप फोन कर सकते है. 8083299134. यहि नंबर है .नचिज् को दीपक राज कहते है. कभी मौका दीजिये. 
1

बस लिखना चाहता हूँ

17 जून 2016
0
2
0

जरुरी नहीं है की कोई बात हो तब ही कुछ लिखना होगा. कभी मन न भी करे तो लिखना चाहिए . दिल को सुकन मिलता है. फेसबुक पर लिखने में तो अलग बात हो जाती है,  भीड़ में कुछ कहना जब सब लोग हड़बड़ी में हो तब तो बस एक रसम ही हो जाती है लिखना. थोड़ा समय ले चूका हु आपका तो चाहूंगा की कुछ और बात भी हो जाए, मोबाइल मेरा ख

2

बीमारी सच बोलने की.

18 जून 2016
0
2
0

ये एक गजब की बीमारी है .मैं इस बीमारी का खुद भी पेसेंट हु. पर दूसरों को सलाह देता ही रहता हु. एक  सलाह   लेकर आपके पास आ गया हु. अभी के समय में जब कोई काम निकलना हो तो जरुरी है की मक्खन लगाकर ही काम चलाया जाए, पर कुछ लोग को ये आदत हो जाती है की सच ही बोलेंगे और कुछ दूसरी बात नहीं बोलेंगे. इन लोगों क

---

किताब पढ़िए

लेख पढ़िए