समंदर के सूखने से साहिल की फरियाद आती है जैसे बहुत रोने से बच्चे को माँ की याद आती है अब तो माँ भी कहती है किसी से तू डरा मत कर बच्चे को मौत माँ के मर जाने के बाद आती है। हो जाए लाख गलती पर माँ तब भी हाथ रखती है बस इक माँ है जमाने में जो हरदम मेरे साथ रहती है। दुनिया तो हरदम मुझ पर चाकू चलाती है बस इक माँ है जो मेरे लिए आँसू बहाती है।। तबस्सुम देखकर दुनिया मुझे बेदर्द समझती है बस इक माँ है जो मेरा हर दर्द समझती है।।। पीयूष