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1 किताब
पर मोहल्ले की लिस्ट में तो मेरा कहीं अता पता ही नहीं है.
निर्विघ्नं कुरु मे देव ......
अपनी भी कुछ ऐसी ही है, बस हथौड़ी नहीं बेलन छुपी है.
सर, मैटरनिटी छुट्टी भी दी कि नहीं ?
यही सोच, यही सोच तो कारण भैया, वो भी गाँधी आप भी गाँधी हवा तक नहीं बहती आपकी , पीछे थी उनके जनता की आंधी.
जनसेवाहित दिखा रस्ते वोट फलेषु कदाचन.
ऐसी किताब तो मैं भी लिख लू? पर बॉस और बेलन से कौन निपटेगा भैया ?
"मुन्ना भाई" तो लग चुके, अब "लगे रहो डॉक्टर भाई"
मास्टर साहब.....पुत्तन, इंडिया गेट क्या है? पुत्तन .....बासमती चावल. चारमीनार ?...........सिगरेट ताज महल? ..........चाय हरामखोर, राष्ट्रिय स्मारकों का अपमान करता है ?कल अपने बाप की signature ले आ.अगले दिन मास्टर साहब की टेबल पर Signature दारु थी.
अब तो सुधर जाओ ज़माना बदल रहा है. .......
"टॉयलेट एक युद्ध कथा"पात्र - जतन , बदन और घसीटे की पत्नी
कैसा वो निर्णायक मंडल,बाँध ले अपना दंड कमंडल.
फूल नहीं, फूल की पंखुड़ी सही,पूरा नहीं, थोडा ही सही...ना दारू के चोंचले,ना डी जे धम धम।निर्धन सहायता,कन्या विवाह कर,बंधन बंधेगे हम।पूरा ऐसा भले न कर पाएं,कुछ तो करेंगे सब हम,कुछ तो करेंगे सब हम।
लीजिए साहब अब GST का नया full फॉर्मGo See Twitter.