खुद से ही बातें करती हूँ,
खुद से चुप हो जाती हूँ,
खुद से गाना गाती हूँ,
खुद को ही सुनती हूँ,तनहा तनहा तन्हाई,
जीवन में भर्ती जाती है,
मेला जो चारो ओर है,
बेमतलब होता जाता है
20 नवम्बर 2019
खुद से ही बातें करती हूँ,
खुद से चुप हो जाती हूँ,
खुद से गाना गाती हूँ,
खुद को ही सुनती हूँ,तनहा तनहा तन्हाई,
जीवन में भर्ती जाती है,
मेला जो चारो ओर है,
बेमतलब होता जाता है