वो कितना ही मुस्कुराए, मैं जानता हूँ सब
उसकी आँखों में नमी, मेरी कमी की है
25 जुलाई 2022
वो कितना ही मुस्कुराए, मैं जानता हूँ सब
उसकी आँखों में नमी, मेरी कमी की है
बहुत सुंदर कृपया मेरी रचना पढ़कर समीक्षा दें https://shabd.in/books/10087400
26 जुलाई 2022