आप सभी पड़ने बाले लोगों को सादर प्रणांम🇮🇳🙏❤👍
मैं रियाजुल हसन,
मैंने मेरा जीवन काला कागज़
का आज सत्य है,
मेरे पास एक पतला सा कंबल है,
जिसे मैं 1/2 ओड़ लेता हूँ,
और 1/2 नीचे ज़मीन पर बिछा कर अपनी टीम के साथ सो जाता हूँ,
मैं जिस कंबल की बात कर रहा हूँ,
वह कंबल मेरे पास पाँच साल से है ,
और मैं जब से अपनें बच्चों के पास से आया हूँ,
अगस्त दिन मेरे बेटे का फोन आया था,
जहाँ पर मेरे बच्चों के साथ (उनकी )माँ रहती है,
और मेरी सगी माँ मुझे छोड़कर बाक़ी सब लोगों से बात करतीं हैं,
लेकिन मैंने अपनी माँ को फोन मैं अपने पास बाला देकर आया था, अपना घर जिला बदायूँ उत्तर प्रदेश,
मगर अफ्सोस मेरी माँ,
माँ की छोडो अगर बच्चे भी,,,
🇮🇳🙏❤👍