मिट जायेगी दूरी.
मंदिरों को तोड़ तोड़, मस्जिद हुई ठौर ठौर,
जोड़ कर समाज को जनाब अब दिखाइये.
मुगलों का पाप, बना आप को ये शाप,
मुगलों को आप अपना बाप न बनाइये.
अच्छा होगा जिद को छोड़, जीवन मे लाओ मोड़,
तोड़ कट्टर वाद की, जंजीर अब दिखाइये
आपका बढेगा मान, देश भी बने महान,
अपने समाज को बस इतना समझाइये.
एक ही मां के बेटे हैं सब, फिर कैसी मजबूरी?
जितनी जल्दी समझोगे ये, मिट जायेगी दूरी.
मंगत खरिन्डवा, गुरुग्राम.
भारत माता की जय.