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मॉडर्न ड्रेस वर्सेज कैरेक्टरलेस

13 अप्रैल 2016

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ऐसा क्यों है कि मॉडर्न ड्रेस पहनने से ही हम लड़कियों को कैरेक्टरलेस समझ लिया जाता है ? अगर हमें ग्लैमर फिल्ड में जाना है तो इसकी पूर्व शर्त ही होती है मॉडर्न ड्रेस में खुद को एडजस्ट कर लेना | क्या मॉडर्न ड्रेस पहनने से ही हम लड़कियों को कैरेक्टरलेस समझ लेने की सोच ठीक है ???

देवेन्द्र प्रसाद

देवेन्द्र प्रसाद

<p>http://www.rajivdixitmp3.com/reality-of-fashion-competitions/ </p><p><a href="http://www.rajivdixitmp3.com/reality-of-fashion-competitions/" title="http://www.rajivdixitmp3.com/reality-of-fashion-competitions/"></a><br></p>

23 अप्रैल 2016

ऋषिबल्लभ

ऋषिबल्लभ

मैं&nbsp;बिमला&nbsp;तिरपाठी&nbsp;जी की&nbsp;के&nbsp;कथन&nbsp;&nbsp;से&nbsp;सहमत&nbsp;हूँ&nbsp;

22 अप्रैल 2016

गद्यसंकलन

गद्यसंकलन

व्यक्ति की सोच जैसी होगी वो वैसा ही सोचेगा&nbsp;

20 अप्रैल 2016

नवीन

नवीन

ड्रेस का केरेक्टर से कोई लेना देना नहीं&nbsp;

16 अप्रैल 2016

मोहित कुमार भाटी

मोहित कुमार भाटी

नंदना जी शायद कहना उचित न हो पर हमारा सामाज ऐसे कुभवनओ से त्रसत हो चूका है के is समय कोई महिला यदि थोड़ा सा नृत्य भी कर ले तो समाज उसे नाचने गाने वाली की उपाधि दे देता है&nbsp;

16 अप्रैल 2016

वी आर डैशिंग यंगस्टर्स

वी आर डैशिंग यंगस्टर्स

आई डोंट केयर एनीवन .इट्स माय लाइफ .सो यू&nbsp;&nbsp;वियर व्हाट यू लाइक नंदना जी&nbsp;

16 अप्रैल 2016

   ब्यूटीफुल नंदना

ब्यूटीफुल नंदना

थैंक यू त्रिपाठी जी&nbsp;

15 अप्रैल 2016

चंद्रेश विमला त्रिपाठी

चंद्रेश विमला त्रिपाठी

बिल्कुल नहीं | किसी का चरित्र कपड़ों से नहीं उसके संस्कारों एवं&nbsp;आचरण से समझा जा सकता है | वैसे सभी को पहनने की पूरी आजादी होना चाहिए हालाँकि&nbsp;परिधान चाहे वो महिला हो या पुरुष सभी को&nbsp;&nbsp;जगह की मर्यादा को ध्यान में रख कर ही&nbsp;पहनना चाहिए |&nbsp;

15 अप्रैल 2016

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रचनाएँ
beautifulgals
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इंडिया की ब्यूटीफुल गर्ल्स जिन्हें फोटोज शेयर करना पसंद है और जो मॉडलिंग या ग्लैमर इंडस्ट्री में जाना चाहती हैं
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हाउ आई एम लुकिंग ???

11 अप्रैल 2016
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स्टनिंग

11 अप्रैल 2016
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आँखें क़यामत भी होती हैं

12 अप्रैल 2016
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नेहा सिंह 

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माय फेवरिट - साड़ी

13 अप्रैल 2016
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शामिली सुंदराजन 

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मॉडर्न ड्रेस वर्सेज कैरेक्टरलेस

13 अप्रैल 2016
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ऐसा क्यों है कि मॉडर्न ड्रेस पहनने से ही हम लड़कियों को कैरेक्टरलेस समझ लिया जाता है ? अगर हमें ग्लैमर फिल्ड में जाना है तो इसकी पूर्व शर्त ही होती है मॉडर्न ड्रेस में खुद को एडजस्ट कर लेना | क्या मॉडर्न ड्रेस पहनने से ही हम लड़कियों को कैरेक्टरलेस समझ लेने की सोच ठीक है ???

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फेस्टिवल मूड

15 अप्रैल 2016
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स्वाती मिश्रा

16 अप्रैल 2016
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 पीपल के पत्तों जैसा मत, बनो जो वक्त आने पर, सूख कर गिर जाते है, बनना है तो मेहँदी के पत्तों जैसा,बनो जो पिस कर भी दूसरों की जिंदगी मेंरँग भर देते है... !

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मी एंड माय फ्रेंड रीना

19 अप्रैल 2016
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पूजा का दीया जलाती मेरी फ्रेंड माला जो साउथ फिल्म इंडस्ट्री में है

20 अप्रैल 2016
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माय स्वीट एंड सिंपल फ्रेंड अंजली

21 अप्रैल 2016
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मेरी स्वीट फ्रेंड

23 अप्रैल 2016
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मैडम रीना जी जिन्हें दुपट्टा बहुत  पसंद है 

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माय फ्रेंड

25 अप्रैल 2016
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लक्ष्मी मेनन जो साउथ फिल्म इंडस्ट्री के कई फ़िल्मों में काम कर चुकी है | 

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