श्री गणेशाय नमः
शब्द इन के सभी मित्रों को नमस्कार 🙏
दिसंबर की पहली सुबह बरसात के साथ शुरू हो गई
पहले तो लगा अभी थोड़ी देर बाद बंद हो जाएगी, लेकिन
वह अब धीरे धीरे रफ्तार पकड़ने लगी और पूरे दिन बारिश होती रही, शाम को थोड़ा थमी तो लगा अब बंद हो जाएगी लेकिन वो तो अब उग्र रुप लेने लगी।रात में तो अब हवा भी
चालू हो गई जिससे ठंड बढ़ती जा रही थी इतनी हवा और पानी से से ठंड उग्र रुप में बढ़ने लगी
दिसंबर की पहली तारीख याद गार बन गई
मैं भी भीग गया था जिसकी वजह से मुझे भी सर्दी लग गई
जिससे आज मेरा भी सर भारी हो गया और ज़ुखाम भी हो गई।
आज के लिए बस इतना ही
जय श्री राम 🙏