एक पाती, नवयुवकों के नाम
बेरोजगारी और बढ़ेगी
व्यावसायिक शिक्षा अपनाओं
सरकारी सेवा पाऊंगा
मन में यह मत ठान नवयुवकों।
सरकारी कर्जा चाहोगे
तो भी अनगिनत व्यवधान है
व्यावसायिक शिक्षा अपनाओं
छोड़ दें झुठी शान नवयुवकों।
इसीलिए कुछ ऐसा कर कि
जग में सम्मान मिलें
घर और बाहर आदर होगा
और होगा जीवन का कल्याण।
एक बात तू चित में धर लें
मोह न कर तू घर परिवार का अभी
कई लोग बनते जाते है
तू भी बन जा,श्रेष्ठ इंसान नवयुवकों।
महंगाई अब दिनों दिन
बनती जा रही है, सिर का भार
थोक भाव में कष्ट बढ़ रहा है
तन में निशदिन चुभ रही है
इसीलिए कुछ ऐसा कर कि
जग में सम्मान मिलें।
देश के ऊंची हस्तियों से
कुछ भी तो अक्ल सीखो
घर और बाहर सम्मान मिलें
ऐसा कुछ काम कर दिखलाना है।
सरकारी सेवा पाऊंगा
मन में यह मत ठान नवयुवकों।
कवि नीतेश राजकुमार गुप्ता