ना ना कर जपता हूँ राम
मैं भी तो खपता हूँ राम
लोग निठल्ला नाम रखे
करता अठरह घंटे काम
अस्तीनों में खबर छुपी
लूट झूठ व कत्ले आम
मन की बातों पे सिसकें
चीते मोर व सीता-राम
पंचपदी पढ़ गरियाएँगे
करते हैं वे काम तमाम
10 नवम्बर 2022
ना ना कर जपता हूँ राम
मैं भी तो खपता हूँ राम
लोग निठल्ला नाम रखे
करता अठरह घंटे काम
अस्तीनों में खबर छुपी
लूट झूठ व कत्ले आम
मन की बातों पे सिसकें
चीते मोर व सीता-राम
पंचपदी पढ़ गरियाएँगे
करते हैं वे काम तमाम
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हिंदी तथा भोजपुरी के युवा साहित्यकार। कविताएँ, कहानियाँ, समीक्षा, आलेख आदि विविध स्तरीय पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित।D