आज हमें अपनी जमीन ,जंगल, और जल को बचाना है।
आज का इंसान बस इन्हे नष्ट करने में लगा हुआ है।इन्हें बचाने के लिए, सरकार को विशेष कानून लाना होगा। आज के इंसान में थोड़ा भी ज्ञान नही बचा है। उसके पास केवल एक ज्ञान है,कि बस भोगने की प्रवृत्ति।जो राक्षसों में पाई जाती है। उसके पास धर्म और दया नाम की चीज नहीं बची है। पर्यावरण संरक्षण के लिए,की संगठन काम कर रहे हैं।पर इंसान के ऊपर असर नही दिखाई नही दे रहा है!