कितनी बार पुकारा होगा
दिल जरूर धड़का तुम्हारा होगा
बस जरा हिम्मत ही तो करनी थी
आज वो सब होता अपना
जो कभी सोचते थे ,
ये हमारा होगा
तुम ही न बढ पाए
जरा हम भी कमजोर रहे
बस दिल की दिल में रहीं
क्या खबर थी
दिल यूं कभी बेसहारा होगा
तुम से ही मोहब्बत थी
जिस्मफरोशी तो तमाम कर ली
बस वो अहसास न मिला
जो तुमसे था कभी
वरना ढूंढने हमसा कोई
दर हर एक पर हाथ तुमने भी मारा होगा