रिश्ते और मैं ….
रिश्ता दिलों से होना चाहिए, मात्र शब्दों से नहीं ….मेरे सब रिश्ते मुझसे खफा खफा से रहते हैं, कुछ तो टूट फूट से गए हैं, कुछ सिर्फ नाम के रह गए। सबके साथ ऐसा है तो कमी मुझमें ही होगी,रिश्तों को निभाने की मैंने हमेशा ही इमानदार कोशिश की है मगर फिर भी ….शायद मुझे प्यार जताना नहीं आता, या शायद मैं रिश्तो