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राशि ज्ञान

28 जनवरी 2015

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ग्रहों से शुभ फल प्राप्त करने के लिए संबंधित ग्रह का रत्न पहनना एक उपाय है। असली रत्न काफी मूल्यवान होते हैं जो कि आम लोगों की पहुंच से दूर होते हैं। इसी वजह से कई लोग रत्न पहनना तो चाहते हैं, लेकिन धन अभाव में इन्हें धारण नहीं कर पाते हैं। ज्योतिष के अनुसार रत्नों से प्राप्त होने वाला शुभ प्रभाव अलग-अलग ग्रहों से संबंधित पेड़ों की जड़ों को धारण करने से भी प्राप्त किया जा सकता है चंद्र गृह के लिए: चंद्र से शुभ फल प्राप्त करने के लिए सोमवार को सफेद वस्त्र में खिरनी की जड़ सफेद धागे के साथ धारण करें। मंगल गृह के लिए: मंगल ग्रह को शुभ बनाने के लिए अनंत मूल या खेर की जड़ को लाल वस्त्र के साथ लाल धागे में डालकर मंगलवार को धारण करें। बुध गृह के लिए: बुधवार के दिन हरे वस्त्र के साथ विधारा (आंधी झाड़ा) की जड़ को हरे धागे में पहनने से बुध के अशुभ प्रभाव दूर होते हैं। सूर्य गृह के लिए: यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में सूर्य अशुभ प्रभाव दे रहा हो तो सूर्य के लिए माणिक रत्न बताया गया है। माणिक के विकल्प के रूप में बेलपत्र की जड़ लाल या गुलाबी धागे में रविवार को धारण करना चाहिए। इससे सूर्य से शुभ फल प्राप्त किए जा सकते हैं। गुरु गृह के लिए: गुरु ग्रह अशुभ हो तो केले की जड़ को पीले कपड़े में बांधकर पीले धागे में गुरुवार को धारण करें। शुक्र गृह के लिए: गुलर की जड़ को सफेद वस्त्र में लपेट कर शुक्रवार को सफेद धागे के साथ गले में धारण करने से शुक्र ग्रह से शुभ फल प्राप्त होते हैं। शनि गृह के लिए: शनि देव को प्रसन्न करने के लिए शमी पेड़ की जड़ को शनिवार के दिन नीले कपड़े में बांधकर नीले धागे में धारण करना चाहिए। राहु गृह के लिए: कुंडली में यदि राहु अशुभ स्थिति में हो तो राहु को शुभ बनाने के लिए सफेद चंदन का टुकड़ा नीले धागे में बुधवार के दिन धारण करना चाहिए। केतु गृह के लिए: केतु से शुभ फल पाने के लिए अश्वगंधा की जड़ नीले धागे में गुरुवार के दिन धारण करे /
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विस्वाश

27 जनवरी 2015
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एक बेटी ने जिद पकड़ ली - पापा मुझे साइकिल चाहिये..! पापा ने कहा - अगले महीने दिवाली पर जरुर साईकल लाउंगा..! प्रॉमिस..!! एक महीने बाद - पापा..! मुझे साइकिल चाहिये आपने प्रॉमिस किया था..! वह चुप रहा..! शाम को दफ्तर से लौटा बेटी तितली की तरह खुश हुई..! वेटी - थॅंक्स पापा , मेरी साइकिल के लिये..! अग

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गुरु बन्दना

27 जनवरी 2015
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"गुरू ब्रह्मा, गुरू विष्णु, गुरू देवो महेश्वरा गुरू साक्षात परब्रह्मा तस्मै श्रीगुरूवे नम:" अर्थात - गुरू ही संसार के रचयिता हैं, गुरू ही इसके पालनहार हैं और सभी के रक्षक भी गुरू ही हैं। देवताओं में परमब्रह्म ऎसे गुरू को नमस्कार है।

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ओवर कॉन्फिडेंस

27 जनवरी 2015
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नई शादी के बाद पति और पत्नी जब घर आये तो उन्हे एक लिफाफा मिला खोल कर देखा तो सिनेमा के दो टिकट । लेकिन भेजने वाले का नाम नही लिखा था । पति बोला यह जरूर मेरे किसी दोस्त ने भेजा होगा l पत्नी बोली ना जी मेरी सहेली ने भेजी होगी । पति .:खैर छोडो किसी ने भेजा हो हमे क्या ? फिल्म का वक्त हो गया है, हमे जल्

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राशि ज्ञान

28 जनवरी 2015
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ग्रहों से शुभ फल प्राप्त करने के लिए संबंधित ग्रह का रत्न पहनना एक उपाय है। असली रत्न काफी मूल्यवान होते हैं जो कि आम लोगों की पहुंच से दूर होते हैं। इसी वजह से कई लोग रत्न पहनना तो चाहते हैं, लेकिन धन अभाव में इन्हें धारण नहीं कर पाते हैं। ज्योतिष के अनुसार रत्नों से प्राप्त होने वाला शुभ प्रभाव अ

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