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राखी का दिन

7 अगस्त 2017

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रक्षाबंधन का दिन


भाई-बहिन के प्यार का

दिन आया

रक्षाबंधन के त्योहार का

दिन आया

भाई की कलाई पे

बहिन बांधे रखी जिस दिन

वो दिन आया

सावन में घड़ी में सजे जब

भाई बहिन के प्रेम की झांकी

वो दिन आया

राखी, रूमाल के व्यापार का

दिन आया

रक्षाबंधन के त्योहार का

दिन आया

बहिन का रक्षा का प्रण ले

जब भाई

वो दिन आया

जब बहिन भाई को

भाई बहिन को खिलाये मिठाई

वो दिन आया

घर पर बनें गुजिया, नमकीन

लड्डू और मिठाई

वो दिन आया

भाई बहिन को दे उपहार

उपहार का दिन आया

रक्षाबंधन के त्योहार का

दिन आया


- नवीन कुमार जैन

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परामार्थ

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विषय - परमार्थवृक्ष देता है हमें आॅक्सीजन,फूल और फल ।नदियाँ देती हैं हमें खाद्य पदार्थ और निर्मल जल ।।प्रकृति हमको देती सब कुछ, निःस्वार्थ भाव से, है सरल ।परहित करती न स्वार्थ वश,सुंदर, सरस, है निर्मल ।।प्रकृति परोपकार,परहित कोसर्वस्व समर्पित करती ।अपनी ममता की छाँव तलेप्राणियों का मन हरती ।

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फूल और काँटे

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विषय - काँटे फूल हो जब राह में काँटे भी जरूरी होते हैं ।फूल फुला देते मन, काँटे लगें तो हम रोते हैं ।।काँटे हमें शायद अहंकार से बचाते हैं ।काँटों के कारण ही हम राह का असली मजा पाते हैं ।।गर फूल , फूल ही हों राह में तो हम फूल की कीमत भूल जाते हैं ।फूल फूल ही हों राह में तो अच्छे अच्छे अहं से फूल जात

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जैन शिक्षा समृद्धि

26 फरवरी 2017
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जे.एस.एस में मिलता , बच्चों की मुश्किल का हलपढ़ो समझो, समझो पढ़ो की नीति बनाती सफलये मंदिर है शिक्षा का यहाँ बनते हैं स्वर्णिम पलयहाँ पलता है नन्हा मन जो होगा देश का कलकभी प्रोजेक्टर से पढ़ाया यहाँ जातालैपटाॅप चलाना भी सिखाया यहाँ जातागुरु शिष्य का देखो यहाँ है मित्रवत नाताजो आया एक बार यहाँ यहीं क

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नारी

8 मार्च 2017
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नारीस्नेह की धारा है वह, है वात्सल्य की मूर्ति वीरुध वही,वन वही, कालिका की वो पूर्ति राष्ट्र , समाज और परिवार को वो समर्पित स्व - पर, हित को करती प्राण भी अर्पित वाणी वही, गिरिजा वही, है दामिनी भी वहकल्पना वो, प्रतिभा वही है कामिनी भी वहकिरन है वह, है सुभद्रा , है महादेव

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माँ

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माँ का हृदय नदी सा, जिसमें बहती ममता की धारा ।माँ का वात्सल्य अंबर सा,जिसमें समाहित जग सारा ।।माँ दुख न बाँटती अपना, खुशियाँ सब संग मनाती है ।माँ बच्चों को बहुत प्यारी, पिता की डाँट से बचाती है ।।माँ बच्चों को, बड़ों का, सम्मान करना भी सिखाती है ।माँ ही बाजार से,बच्चों को,नये-नये कपड़ेदिलाती है

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राखी का दिन

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रक्षाबंधन का दिनभाई-बहिन के प्यार कादिन आयारक्षाबंधन के त्योहार का दिन आयाभाई की कलाई पे बहिन बांधे रखी जिस दिन वो दिन आयासावन में घड़ी में सजे जबभाई बहिन के प्रेम की झांकीवो दिन आयाराखी, रूमाल के व्यापार का दिन आयारक्षाबंधन के त्योहार का दिन आयाबहिन का रक्षा का प्रण लेजब भाईवो दिन आयाजब बहिन भाई को

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