shabd-logo

संजय सिंह के बारे में

संजय सिंह 9 मार्च, 1972 को मुम्बई में जन्मे और वहीं पले-बढ़े संजय सिंह क्राइम और इन्वेस्टिगेटिव लेखन व पत्रकारिता की दुनिया का चर्चित नाम हैं। उन्होंने मुम्बई यूनिव‌‌िर्सटी से पी-एच.डी. और एलएलबी की उपाधि प्राप्त की। देश के कई कॉलेजों और विश्वविद्यालयों से वह बतौर एकेडमीशियन जुड़े रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता से जुड़ी कई किताबों का सम्पादन भी किया है। पिछले ढाई दशक से ज़्यादा समय से वे पत्रका‌रिता से जुड़े रहे हैं। बतौर पत्रकार उन्होंने ‘शीना बोरा मर्डर केस’ को कवर किया है। ज़ी न्यूज़, एनडीटीवी, Times Now, आईबीएन, न्यूज़-एक्स जैसे प्रमुख चैनलों में सीनियर पदों पर रहे संजय ने इस दौरान क्राइम और खोजी पत्रकारिता में ख़ूब नाम कमाया। ‘तेलगी स्टैम्प स्कैम’ का पर्दाफ़ाश उनकी पत्रकारिता का एक जरूरी उदाहरण है। इसी ‘तेलगी स्टैम्प स्कैम’ पर लिखी गई उनकी किताब ‘तेलगी स्कैम : रिपोर्टर की डायरी’ पर ‘Scam 2003 : The Telgi Story’ नाम से एक वेब सीरीज़ बन रही है जो सुपर-हिट वेब सीरीज़ ‘Scam 1992 : Harshad Mehta Story’ का अगला सीज़न है। एशिया के सबसे अमीर आदमी के घर के बाहर विस्फोटक मिलने की घटना पर आधारित संजय सिंह की किताब ‘CIU : Criminals in Uniform’ भी धूम मचा चुकी है। यह किताब हिन्दी, अंग्रेज़ी और मराठी में प्रकाशित हुई है। उनकी इस किताब पर भी एक वेब सीरीज़ बन रही है। ई-मेल : sanjayreporting@gmail.com

no-certificate
अभी तक कोई सर्टिफिकेट नहीं मिला है|

संजय सिंह की पुस्तकें

एक थी शीना बोरा : सनसनीखेज़ क़त्ल की प्रामाणिक पड़ताल

एक थी शीना बोरा : सनसनीखेज़ क़त्ल की प्रामाणिक पड़ताल

लालच, झूठ और महत्त्वाकांक्षा की भेंट चढ़े रिश्तों की कहानी है—शीना बोरा कांड। इस किताब में इस बेहद चर्चित हत्याकांड के अब तक हुए खुलासों को एक क्रम के साथ प्रस्तुत किया गया है ताकि पाठक शीना बोरा नाम की युवती की उसकी अपनी ही माँ द्वारा की गई सुनियोजि

6 पाठक
1 रचनाएँ
0 लोगों ने खरीदा

प्रिंट बुक:

399/-

एक थी शीना बोरा : सनसनीखेज़ क़त्ल की प्रामाणिक पड़ताल

एक थी शीना बोरा : सनसनीखेज़ क़त्ल की प्रामाणिक पड़ताल

लालच, झूठ और महत्त्वाकांक्षा की भेंट चढ़े रिश्तों की कहानी है—शीना बोरा कांड। इस किताब में इस बेहद चर्चित हत्याकांड के अब तक हुए खुलासों को एक क्रम के साथ प्रस्तुत किया गया है ताकि पाठक शीना बोरा नाम की युवती की उसकी अपनी ही माँ द्वारा की गई सुनियोजि

6 पाठक
1 रचनाएँ
0 लोगों ने खरीदा

प्रिंट बुक:

399/-

संजय सिंह के लेख

no articles);
अभी कोई भी लेख उपलब्ध नहीं है
---

किताब पढ़िए

लेख पढ़िए