गोल दुनियां गोल, चांद गोल, सूरज गोल। रोटी गोल, गेंद कांच की गोली गोल। बिंदिया, पायल, बाला, चूड़ियां गोल। सिक्का गोल, जुबान संभाल के बोल। गोल गोल सब कहे गायब कहे न कोय। गोल,गायब,कुछ पाने की इच्छा
आज मैं एक ऐसे पेड़ के बारे में लिख रहा हूं जो भारत में बहुतायत में पाया जाता था लेकीन आज कही कहीं देखने को मिलता है। जिसकी छाया बहुत ही सघन एवं ठंडी होती हैं। जिसके निचे बैठ कर गर्मी का अहसास बहुत कम
मैंने लिखा कि, अब तुम मेरे नहीं हो,, और ये लिखते हुए, मेरे हाथ थरथरा उठे। मानो ! मेरे पैरों तले ज़मी निकल गया हो , निकल गया हो जैसे, जिस्म से जान,, शरीर सुना पड़ा और मन व्याकुल था । जैसे प्यास से
मैंने लिखा कि, अब तुम मेरे नहीं हो,, और ये लिखते हुए, मेरे हाथ थरथरा उठे। मानो ! मेरे पैरों तले ज़मी निकल गया हो , निकल गया हो जैसे, जिस्म से जान,, शरीर सुना पड़ा और मन व्याकुल था । जैसे प्यास से
मैंने लिखा कि, अब तुम मेरे नहीं हो,, और ये लिखते हुए, मेरे हाथ थरथरा उठे। मानो ! मेरे पैरों तले ज़मी निकल गया हो , निकल गया हो जैसे, जिस्म से जान,, शरीर सुना पड़ा और मन व्याकुल था । जैसे प्यास से
मैंने लिखा कि, अब तुम मेरे नहीं हो,, और ये लिखते हुए, मेरे हाथ थरथरा उठे। मानो ! मेरे पैरों तले ज़मी निकल गया हो , निकल गया हो जैसे, जिस्म से जान,, शरीर सुना पड़ा और मन व्याकुल था । जैसे प्यास से
मैंने लिखा कि, अब तुम मेरे नहीं हो,, और ये लिखते हुए, मेरे हाथ थरथरा उठे। मानो ! मेरे पैरों तले ज़मी निकल गया हो , निकल गया हो जैसे, जिस्म से जान,, शरीर सुना पड़ा और मन व्याकुल था । जैसे प्यास से
मैंने लिखा कि, अब तुम मेरे नहीं हो,, और ये लिखते हुए, मेरे हाथ थरथरा उठे। मानो ! मेरे पैरों तले ज़मी निकल गया हो , निकल गया हो जैसे, जिस्म से जान,, शरीर सुना पड़ा और मन व्याकुल था । जैसे प्यास से
मैंने लिखा कि, अब तुम मेरे नहीं हो,, और ये लिखते हुए, मेरे हाथ थरथरा उठे। मानो ! मेरे पैरों तले ज़मी निकल गया हो , निकल गया हो जैसे, जिस्म से जान,, शरीर सुना पड़ा और मन व्याकुल था । जैसे प्यास से
मैंने लिखा कि, अब तुम मेरे नहीं हो,, और ये लिखते हुए, मेरे हाथ थरथरा उठे। मानो ! मेरे पैरों तले ज़मी निकल गया हो , निकल गया हो जैसे, जिस्म से जान,, शरीर सुना पड़ा और मन व्याकुल था । जैसे प्यास से
"घर अपना, खेत और खलिहान छुड़ाकर हम से, नौकरी ने हमें किराएदार बना रखा है" ओम
"घर अपना, खेत और खलिहान छुड़ाकर हम से, नौकरी ने हमें किराएदार बना रखा है" ओम
मैं अपने जीवन की छोटी सी कहानी को पहली बार इस वेबसाइट के माध्यम से लिखना जा रहा हूं,जिसका नाम मैंने रखा है, (सबसे बड़ा रोग, मतलब इंसान की सबसे बड़ी बीमारी,) मेरा 32साल का अनुभव कहता है की हर एक इंसान
प्रिय लेखकगण, आज तिथि श्रावण कृष्ण प्रतिपदा, विक्रम सम्वत् २०८१; दिनांक 22/07/2024 को मैंने Shabd.in पर अपना पंजीकरण किया है। आज समय 2.42 PM पर मैं अपनी आगामी शब्दों की यात्रा के आरंभिक पग-रूपी
आंखें रोती है हस्तियां सोती है, उनके मन की पीर नयन भिगोती है। देखकर पीड़ा कच्ची झोपड़ियों की, जहां तन से लिपेटे हुए मां बच्चे को भूखी सोती है। तन उनका कितना कठोर है , जो एक चीर में सहन कर लेता हांड
हल लगाते हुए भगतू के बैल ओढ को पार करते हुए दूसरे भाई जगतू के खेत में घुस गये, इतने में जगतू की पत्नी विमला ने यह सब देख लिया, और उसने बिना जाने ही गाली देनी शुरू कर दी। हल्ला और गाली सुनकर जगतू
सेब खाने से उनके पोषक तत्वों के कारण कई प्रकार के स्वास्थ्य लाभ मिलते हैं। अपने आहार में सेब शामिल करने के कुछ फायदे इस प्रकार हैं: 1. पोषक तत्वों से भरपूर: सेब आवश्यक पोषक तत्वों का एक अच्छा स्रोत
उपवास, जब नियंत्रित और स्वस्थ तरीके से किया जाता है, तो शरीर और दिमाग दोनों के लिए कई संभावित लाभ प्रदान कर सकता है। यहां उपवास से जुड़े कुछ फायदे दिए गए हैं: 1. वजन प्रबंधन: उपवास कैलोरी की मात्रा
परिचय आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) तेजी से लगभग हर पेशे का एक अभिन्न अंग बन गया है। जैसे-जैसे प्रौद्योगिकी आगे बढ़ रही है, एआई की क्षमताएं उद्योगों को बदल रही हैं और हमारे काम करने के तरीके को नया
सोशल मीडिया साइट्स हमारे जीवन का अभिन्न अंग बन गई हैं। हम उनका उपयोग मित्रों और परिवार से जुड़े रहने, वर्तमान घटनाओं के बारे में जानने और अपने विचारों और अनुभवों को दुनिया के साथ साझा करने के लिए