प्रीत की रीत न जानी उसने, हर किसी से वो दिल को लगा बैठी है !
सबके दिलों को खिलौना समझ कर, हुस्न का बाजार सजा बैठी है !!
5 नवम्बर 2021
प्रीत की रीत न जानी उसने, हर किसी से वो दिल को लगा बैठी है !
सबके दिलों को खिलौना समझ कर, हुस्न का बाजार सजा बैठी है !!
Superb 👌
5 नवम्बर 2021