तेरी ज़ुबाँ से निकला हर लफ्ज़ इनायत है मेरे लिए मुझसे तबादला ए ख्याल हो तो उल्फ़त है मेरे लिए ज़िन्दगी मे तुम से ही मसर्रत ओ खालूस हासिल है चाहे तेरी फ़ितरत ही सही यह तो चाहत है मेरे लिए
17 अगस्त 2016
तेरी ज़ुबाँ से निकला हर लफ्ज़ इनायत है मेरे लिए मुझसे तबादला ए ख्याल हो तो उल्फ़त है मेरे लिए ज़िन्दगी मे तुम से ही मसर्रत ओ खालूस हासिल है चाहे तेरी फ़ितरत ही सही यह तो चाहत है मेरे लिए
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रिटायर्ड रिटायर्ड बिजनेसमैन शोक से रिटायर्ड बिजनेसमैन शोंकसे से रिटायर्ड उसिनेस्स D