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विभाजन पश्चात विभीषिका स्मृति _दशहरा

3 अक्टूबर 2022

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#मोदीभापे 

भ्रष्टाचार रहा शीश उठाए 

दम्भी चहुँ और साम्राज्य जमाए 

लाल सुर्ख आँखों से डराए 

अग्नि बाण कहाँ रख छोड़ा 

अंतिम घड़ी व्याकुल मन मोरा

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विभाजन पश्चात विभीषिका स्मृति

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बेबस हैं #मायूस नहीं पीड़ित मुल्क में  ये दौर भी करवट बदलेगा इक दिन  #इंटरव्यू के लिए मुंह फेर रहे हैं  तरसेंगे इक दिन #गुफ्तगू के लिएतरसेंगे इक दिन #गुफ्तगू के लिए

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विभाजन पश्चात विभीषिका स्मृति

25 सितम्बर 2022
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मोदी भापे तुम जमाने के हो सिवा हमारे , वक्त बदलेगा तुम्हारा नजरिया भी

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26 सितम्बर 2022
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27 सितम्बर 2022
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आज फिर हुकुमत से फ़रियाद का जवाब आया है  नासूरों को फिर से खोलना होगा, फ़रमाया गया है Today again the answer to the Grievance has come from the Government. Cankers need to be reopened, Shown said

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29 सितम्बर 2022
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कंक्रीट के जंगलों में पत्थरों के बुत तुम्हे मुबारक  पीड़ित इन्साफ को तरसा तो फिर विकास क्या है Blessings of stones in the concrete jungle If the victim craves justice, then what is development? ਕੰਕ

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29 सितम्बर 2022
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विभाजन पश्चात विभीषिका स्मृति

30 सितम्बर 2022
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😢😢 "शिक़वा ए गम सुनता नहीं कोई ,क़िस्सा ए गम दिल पर काबिज  हैं  हम तुम्हे वोट देते हैं जरूर लेकिन ये मत समझना कि सब चंगा सी" 😢😢 No one listens to Sorrows , Qissa-e-gum occupies the heart

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विभाजन पश्चात विभीषिका स्मृति

1 अक्टूबर 2022
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ना जाने किस जहां की #हवाओं  ने कब्जा कर लिया   #अँधेरा बरपा हर तरफ ,एक #चिराग  रौशन होता नहीं

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विभाजन पश्चात विभीषिका स्मृति _खुशियां

2 अक्टूबर 2022
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खुशियां,बरकतें ,नेमते बरसती हैं मेरा घर छोड़ कर  खुदा जाने इनका रिमोट किस नाखुदा के हाथ में हैं

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विभाजन पश्चात विभीषिका स्मृति _दशहरा

3 अक्टूबर 2022
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#मोदीभापे  भ्रष्टाचार रहा शीश उठाए  दम्भी चहुँ और साम्राज्य जमाए  लाल सुर्ख आँखों से डराए  अग्नि बाण कहाँ रख छोड़ा  अंतिम घड़ी व्याकुल मन मोरा

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विभाजन पश्चात विभीषिका स्मृति _कुछ तो दे

4 अक्टूबर 2022
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या मोदी सर्वभूतेषु सत्ता रूपेण संस्थिता  थोड़ा दे,सूक्ष्म दे,कुछ तो दे भारत विधाता  

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