रेकी की धारणाएं
1.रेकी में जो लोग रेकी का अभ्यास करते हैं उनके बीच यह प्रश्न होता है कि रेकी में पैसा क्यों लेते हैं ?
समाधान--
लोग कहते हैं कि रेकी नेचुरल है, प्राकृतिक है,फिर आप पैसा क्यों लेते हैं?इसमें समझना यह है कि प्रकृति ने तो फूल,फल,अनाज,दूध इत्यादि सब कुछ क्रिएट या उत्पन्न किया है,परंतु हमें उसका भी मूल्य चुकाना पड़ता है। अगर हम उसका उपयोग करते हैं।तो इसी प्रकार अगर आप रेकी सीखें या रेकी उपचार लें , तो उसका भी मूल्य चुकाना चाहिए और वास्तव में तो जो रेकी उपचारक है, वह अपना समय तो आपको देता ही है।
2.इसी प्रकार कुछ लोग कहते हैं कि रेकी देने से दूसरे का कर्म बंधन आपको असर करता है या आप उसकी बीमारी को ग्रहण कर सकते हैं।
समाधान---
यह धारणा भ्रामक व मूर्खतापूर्ण है क्योंकि रेकी चैनल केवल रेकी उपलब्ध कराता है। वह रेकी के अनंत स्रोत से रेकी को केवल पास करता है ।वह कर्ता नहीं होता,केवल माध्यम होता है और जो हीली है वह अपनी जरूरत के अनुसार रेकी ग्रहण करता है और स्वस्थ होता है I कुछ लोग कहते हैं कि रेकी से या रेकी उपचार से जिस व्यक्ति की आप हीलिंग करते हैं उसके कर्मों का भोग उसे भोगना चाहिए और रेकी उसके कर्मभोग में बाधा डालती है। यह धारणा भी गलत तथा मूर्खतापूर्ण है क्योंकि इस प्रकार तो भूखे को खाना देना, बीमार का उपचार करना,किसी की मदद करना सब गलत है, क्योंकि यहां भी हम कह सकते हैं कि वह तो अपना भोग भोग रहा है। तो यह एक गलत विचार है,जो कुछ लोग फैला रहे हैं उनके कुछ ना कुछ निहित स्वार्थ होंगे। तभी इस तरह का भ्रम फैलाते हैं। तो सावधान रहें ।
रेकी अनंत में व्याप्त प्राण ऊर्जा है,जो कि हम जब रेकी देते हैं तो हमारे माध्यम से व्यक्ति स्वयं रेकी ग्रहण करता है तथाअपनी इच्छा से उपचारित होता है।इसमें वह व्यक्ति जब कर्मों को भोग चुका होता है,तभी आपके पास रेकी लेने आता है और स्वस्थ होता है तो इन धारणाओं को छोड़ें और रेकी का भरपूर लाभ लें ।
धन्यवाद इस संदेश को ज्यादा से ज्यादा लोगों को भेजें और रेकी के प्रति गलत धारणाओं से लोगों को मुक्त करें।धन्यवाद।
निवेदक--
महेश चंद्र सेठ
रेकी ग्रैंड मास्टर,
सत्य रेकी उपचार व ध्यान केंद्र, भोपाल ।
94253 92503