बसंत बहार बागो में कलियों पे बहार जब आने लगे, खेत-खलिहानों में फसले लहलाने लगे !गुलाबी धूप पर भी निखार जब आने लगे, समझ लेना के बसंत बहार आ गयी !!भोर में रवि की किरण पे आये लालीकोयल कूक रही हो अमवा की डालीपेड़ो पर नई नई कोपले निकलने लगेऔर आँगन में भी गोरैया चहकने लगे