- आज sunday है। यानी कि छुट्टी का दिन। 14-8-2022, दो दिन से लगातार बारिश हो रही है।
- मण्डला में माँ नर्मदा पर बना छोटा पुल जिसे यहां के स्थानीय भाषा में छोटा रपटा कहते हैं।
- लगातार बारिश की वजह से छोटा रपटा डूब गया और बड़े पुल पर नीचे पानी टकराने लगा।
- जिसे देखने के लिए मंडला के सभी लोग सुबह से ही भीड़ लगाए हुए हैं।
- सुबह बाई काम करने के लिए आई, उसका नाम सावित्री है,
- सावित्री ने आते ही सारी खबर मुझे दे दी, कि किस तरह बारिश से छोटा रपटा डूबा है।
- और लोग भीड़ बनाकर उसे देखने के लिए आए हुए हैं ।
- साथ ही उसने अपने मन की बात रख दी कि आज तो तेल में तली हुई चीजें खाने का मन कर रहा है ।
- उसकी बात सुनते ही मैंने संडे का नाश्ता तय कर लिया ।
- मेरे घर में प्रतिदिन संडे स्पेशल मनाया जाता है और अलग-अलग नाश्ते भी बनते हैं ।
- सावित्री की फरमाइश के अनुसार मैंने आज तय कर लिया कि आज मैं आलू बंडा बनाऊंगी।

- झटपट मैंने आलू उबाले। आलू को छील काटकर उसकी सब्जी बना ली ।
- एक कटोरे में बेसन और उसमें थोड़ी सी सूजी, नमक, हल्दी व मसाले मिलाकर पेस्ट तैयार किया।
- गैस पर कढाई चढ़ा कर तेल गरम किया।
- अब आलू की सब्जी के छोटे-छोटे चपटे से गोले बनाकर उन्हें बेसन में लपेटकर उस गरम तेल में आलू बंडे तलकर प्लेट में निकालने लगी।
- सभी बच्चों को इस बात की खबर ही नहीं थी कि आलू अंडे बन रहे हैं।
- तेल में तलने की खुशबू पूरे घर में महक उठी जिसे सूंघते हुए बच्चे नजदीक आए ।
- और देखते हैं खुशी से चीख पड़े! आलू बंडे
- !! जैसी सबके मन की मुराद पूरी हो गई और आज फिर मेरा संडे स्पेशल हो गया।