खुद को ढूंढता हूं खुद में, दुनिया की चकाचौंध में, होशोहवाश से बेसुध मैं, आलीशान घर मे तन्हा मैं। मिला नही खुद से, जगा नही बेसुध मैं, खो सा गया हूँ, मैं रो रहा हूँ।
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<p dir="ltr"><span style="background-color:#1877F2;">किस्मत</span>#भी बदल लेते हैं वो,जो जीत गये <sp