Anand Nautiyal
2 किताबे ( 2 हिंदी )
2 रचनायें ( 2 हिंदी )
Poet,writter Actor, Singer
आनंद शब्द सागर
खुद को ढूंढता हूं खुद में, दुनिया की चकाचौंध में, होशोहवाश से बेसुध मैं, आलीशान घर मे तन्हा मैं। मिला नही खुद से, जगा नही बेसुध मैं, खो सा गया हूँ, मैं रो रहा हूँ।
आनंद शब्द सागर
खुद को ढूंढता हूं खुद में, दुनिया की चकाचौंध में, होशोहवाश से बेसुध मैं, आलीशान घर मे तन्हा मैं। मिला नही खुद से, जगा नही बेसुध मैं, खो सा गया हूँ, मैं रो रहा हूँ।