किस्मत#भी बदल लेते हैं वो,जो जीत गये #हालातों# से,
सुंदर,#सुषमा# हर दिन सुबह,आती है #तम# की रातों से।
चल बुनकर #सपने#अपने, #विश्वास#डोर#को थामें चल,
किसी और से ना #उम्मीद#रहे,तू खुद से खुद का #वादा# कर।
13 नवम्बर 2021
किस्मत#भी बदल लेते हैं वो,जो जीत गये #हालातों# से,
सुंदर,#सुषमा# हर दिन सुबह,आती है #तम# की रातों से।
चल बुनकर #सपने#अपने, #विश्वास#डोर#को थामें चल,
किसी और से ना #उम्मीद#रहे,तू खुद से खुद का #वादा# कर।